बोकारो: बोनस की मांग को लेकर नन एनजेसीएस मोरचा ने गुरुवार को बीएसएल में हड़ताल की. सुबह-सुबह कर्मियों ने प्लांट के भीतर कार्यस्थल पर पहुंच कर कार्य का बहिष्कार किया. दोपहर होते-होते मजदूर ड्यूटी छोड़ कर प्लांट से बाहर निकल गये. पास सेक्शन के निकट शाम में मजदूरों की आम सभा हुई. मोरचा नेताओं ने […]
बोकारो: बोनस की मांग को लेकर नन एनजेसीएस मोरचा ने गुरुवार को बीएसएल में हड़ताल की. सुबह-सुबह कर्मियों ने प्लांट के भीतर कार्यस्थल पर पहुंच कर कार्य का बहिष्कार किया. दोपहर होते-होते मजदूर ड्यूटी छोड़ कर प्लांट से बाहर निकल गये. पास सेक्शन के निकट शाम में मजदूरों की आम सभा हुई.
मोरचा नेताओं ने हड़ताल को सफल बताया.आमसभा की अध्यक्षता करते हुए अध्यक्षीय भाषण में मोरचा नेता साधु शरण गोप ने कहा : मजदूरों ने यूनियन के भेद-भाव को भुला कर हड़ताल को सफल बनाया. हड़ताल में भाग लेने वाले और जो हड़ताल में भाग लेने से चूक गये उन सभी नेता व कर्मियों के प्रति मोरचा आभार प्रकट करता है.
मोरचा संयोजक बीके चौधरी ने कहा : हड़ताल की सफलता से प्रबंधन घबरा गया है. प्रबंधन सचेत रहे. यदि मजदूर 21 दिसंबर के वार्ता से निराश होगें, तो प्रबंधन को इसी माह एक और हड़ताल का सामना करना पड़ेगा. प्रबंधन हठधर्मिता त्यागे. देवदीप सिंह दिवाकर ने कहा : मजदूरों के जितने अधिकार कटे हैं, कहीं उससे अधिक सुविधाएं कटने की कतार पर है. सफल हड़ताल से मजदूरों को कमजोर आंकने का प्रबंधन का भ्रम समाप्त हो गया है. किम्स के महासचिव संग्राम सिंह ने कहा : प्रबंधन हड़ताल से सबक सीखे. मोरचा नेता शंकर लाल गोप ने कहा : घाटे का जिम्मेदार प्रबंधन है. सभा को भीम सिंह, टीपी महतो, सीके एस मुंडा, लोबिन दास, एके विश्वास, जगदीश कर्मकार, शंकर कुमार, आई अहमद ने संबोधित किया. मजदूरों से मिलने पूर्व मंत्री समरेश सिंह, अकलू राम महतो, मंटू यादव पहुंचे.
बीएसएल प्रबंधन ने कहा
सेल व इस्पात उद्योग की वर्तमान कठिन परिस्थितियों के संदर्भ में लगातार संवाद के बावजूद बोकारो स्टील प्लांट की कुछ मजदूर संगठनों ने हड़ताल वापस नहीं लेने का निर्णय लिया. इन मजदूर संगठनों के कुछ सदस्य प्लांट में घूम-घूम कर परिचालन बाधित करने का प्रयास करते रहे, यद्यपि कर्मचारियों की उपस्थिति सामान्य रही और वे परिचालन जारी रखने के लिए प्रयासरत रहे. इन कठिन परिस्थितियों में कुछ मजदूर संगठनों द्वारा की जा रही ऐसी गतिविधियां प्लांट के टर्नअराउन्ड की राह में कठिनाई उत्पन्न करेगी. बोकारो स्टील प्लांट अपने कर्मियों से ऐसी विषम परिस्थितियों में बोकारो इस्पात परिवार के साथ एकजुटता दिखाने की अपेक्षा रखता है, ताकि चुनौतियों का मिल कर सामना किया जा सके. प्रबंधन उन अधिकांश कर्मियों की निष्ठा की सराहना भी करता है, जो परिचालन सुचारू रूप से जारी रखने के लिए प्रयासरत रहे.