16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

दक्षिण में बाढ़ का कहर, प्रधानमंत्री मोदी ने एक हजार करोड़ मदद का किया एलान

चेन्नई /नयी दिल्ली :चेन्नई सहित तमिलनाडु में बाढ़ से उत्पन्न हालात का जायजा लेने पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्य की सीएम जे जयललिता से मुलाकात की है और उन्हें इस संबंध में हर संभव मदद का भरोसा दिलाया़ प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि भारत सरकार तमिलनाडु के लोगों की हर तरह से मदद […]

चेन्नई /नयी दिल्ली :चेन्नई सहित तमिलनाडु में बाढ़ से उत्पन्न हालात का जायजा लेने पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्य की सीएम जे जयललिता से मुलाकात की है और उन्हें इस संबंध में हर संभव मदद का भरोसा दिलाया़ प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि भारत सरकार तमिलनाडु के लोगों की हर तरह से मदद करेगी और 1000 करोड़ रुपये मदद का एलान किया़ इसके पहले केंद्र ने तमिलनाडु को 940 करोड़ रुपये दिये थे़.

बाढ़ से तबाह हुई जिंदगी, देखें तसवीरें

तमिलनाडु में बेमौसम बारिश ने अबतक 269 लोगों की जान ले ली है़ जबकि पड़ोसी आंध्र व पांडिचेरी में मरने वालों की संख्या इसमें जोड़ दी जाये तो यह संख्या 325 तक पहुंच गयी है़ बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित चेन्नई हुई है़ द हिंदू अखबार ने खबर दी है कि हजारों लोग उत्तरी चेन्नई से राहत बचाव कार्य नहीं हो पाने के कारण पलायन कर गये है़ं नाराज लोगों ने प्रदर्शन भी किया है़ खबर है कि वेल्लार नगर ब्रिज को लोगों ने जाम कर दिया़ इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज चेन्नई व तमिलनाडु का हवाई सर्वे कर रहे है़ं वहीं, संसद में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बयान भी दिया है़ बाढ़ के कारण दूध जैसी आवश्यक चीजें 100 रुपये प्रति पैकेट बिकने की खबर आ रही है.हालांकि बाढ़ के बीच एक राहत भरी खबर है कि टी नगर और सेडीपत इलाके में पिछले चार घंटे से बारिश थम गयी है. इस बीचकेंद्रीय उड्डयन राज्य मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि INS राजाली से विभिन्न शहरों के लिए शुक्रवार और शनिवार को 6-6 फ्लाइट्स उड़ान भरेंगी .


100 साल में सबसे प्रलयकारी बारिश : राजनाथ

Undefined
दक्षिण में बाढ़ का कहर, प्रधानमंत्री मोदी ने एक हजार करोड़ मदद का किया एलान 4

केंद्र सरकार ने आज माना कि पिछले सौ साल में सबसे अधिक प्रलयकारी वर्षा और बाढ का सामना कर रही तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई एक टापू जैसा बना गया है और वह शहर सभी राष्ट्रीय राजमार्गो और राजमार्गो से कट गया है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में चेन्नई सहित तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश एवं ओडिशा आदि में बाढ की स्थिति से उत्पन्न हालात पर कल सदन में हुई चर्चा का आज जवाब देते हुए यह बात कही.


उन्होंने कहा कि हालात इतने खराब हैं कि वहां राहत पहुंचाना भी कठिन हो रहा है और शहर के टेलीफोन तथा मोबाइल फोन की कनेक्टिविटी भी बहुत अधिक प्रभावित हुई है और बाढ के कारण कई जगह बिजली भी काटनी पडी है. तमिलनाडु में वर्षा और बाढ से अब तक 269, पुदुचेरी में 2 और आंध्रप्रदेश में 54 लोगों के मारे जाने की खबर है. राजनाथ ने कहा कि तमिलनाडु सरकार ने बताया है कि चेन्नई में पेयजल, भोजन और दूध की कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि इस विषम में स्थिति से निपटने के लिए 110 नावों के साथ एनडीआरएफ की 30 टीमें वहां रवाना कीगयी है. इनके अलावा राहत और बचाव कार्य के लिए सेना के आठ कॉलम वहां भेजे गए हैं. इसके अतिरिक्त हैदराबाद से कल सेना के दो कॉलम वहां रवाना किये गए और दिल्ली से चार कॉलम शाम तक वहां हवाई मार्ग से पहुंचाये जायेंगे. राजनाथ ने कहा कि नौसेना के 255 नौसेनिकों के साथ 12 नौकाएं वहां भेजीगयी हैं. आइएनएस अरिहंत 20 गोताखोरों के साथ रवाना किया गया है. उन्होंने बताया कि वायुसेना स्थिति से निपटने के लिए पूरा योगदान दे रही है.

गृहमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थिति का जायजा लेने के लिए चेन्नई गए हैं और उनके लौटने के बाद वह जो और हिदायतें देंगे, उन पर अमल किया जायेगा. केंद्र की ओर से तमिलनाडु और बाढ से प्रभावित अन्य राज्यों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता की जानकारी भी उन्होंने सदन के समक्ष रखी.

विभिन्न दलों के सदस्यों ने राजनाथ के बयान से असंतोष जताया और तृणमूल कांग्रेस ने तो सदन से वाकआउट किया. सपा के मुलायम सिंह यादव ने सुझाव दिया कि हर साल देश में कहीं न कहीं भयंकर आपदा की स्थिति बनने को देखते हुए एक ‘दैवी आपदा विभाग’ अलग से बनाया जाए और इसके लिए अलग से बजट की व्यवस्था की जाए. तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्यान ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सूख और बाढ दोनों का सामना कर रहा है लेकिन केंद्र ने राज्य सरकार द्वारा मांगीगयी राशि देने की बजाए अपने मनमाने एवं एकतरफा ढंग से बहुत कम धन उपलब्ध कराया. बीजद के भतृहरि माहताब ने कहा कि वह मंत्री से सकारात्मक एवं ठोस जवाब की उम्मीद कर रहे थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

उन्होंने कहा कि संप्रग और राजग दोनों सरकारों ने आपदाओं में सहायता देने को लेकर ओडिशा से किये गए वादों को पूरा नहीं किया है. माहताब ने कहा कि राज्य ने 4 हजार करोड़ रुपये देने का केंद्र से आग्रह किया था लेकिन उसे मिली केवल 280 करोड़ रुपये़ उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि क्या केंद्र, राज्य को ‘पाकेट मनी’ दे रहा है. भाजपा की हेमामालिनी ने चेन्नई में भोजन, पेयजल आदि की कमी बताते हुए कहा किबाढ के चलते वहां जलजनित संक्रमण का खतरा बढ गया है. उनकी इस बात का अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने कड़ा प्रतिवाद करते हुए कहा कि मंत्री स्वयं कह चुकेहैं कि वहां भोजन, पेयजल की कमी नहीं है.

कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खडगे ने प्रधानमंत्री के चेन्नई हवाई सर्वेक्षण पर जाने का स्वागत करते हुए उन्होंने शिकायत की कि जब कल सदन में उनकी ओर से यह सुझाव दिया गया तब संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव प्रताप रुडी ने उनका मजाक उडाया. राजनाथ सिंह ने सदस्यों की इन टिप्पणियों के बाद कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से बहुतबड़ी क्षति होती है और जन प्रतिनिधियों का उसे लेकर आक्रोश होना जायज है तथा सरकार उनके गुस्से को अन्यथा नहीं लेगी. उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकारों को जितनी भी सहायता देना संभव होगा, वह उपलब्ध करायी जायेगी.

बाढग्रस्त चेन्नई में जरूरी सामान की कमी

Undefined
दक्षिण में बाढ़ का कहर, प्रधानमंत्री मोदी ने एक हजार करोड़ मदद का किया एलान 5

शहर में बारिश का जोर कम पड़ने के बावजूद दूध और पानी जैसेजरूरी सामान की उपलब्धता प्रभावित हुई है जबकि कुछ जगहों पर उन्हें उंची कीमतों पर बेचा जा रहा है. बारिश के कारण लगातार तीसरे दिन बिजली, परिवहन और टेलीफोन सेवाएं प्रभावित रहीं.
कुछ जगहों पर दूध की एक थैली 100रुपये में, टमाटर और फलियां जैसी सब्जियां 80 से 90 रपए प्रति किलोग्राम बिक रही हैं.
राज्य विद्युत बोर्ड ने ऐहतियाती उपाय के तौर पर विद्युत आपूर्ति रोक दी है, जिसकी वजह से शहर और उसके आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग, जिन्होंने दूध और सब्जियांबड़ी मात्रा में जमा की ली थीं अब उन्हें ज्यादा समय तक रख पाने में असमर्थ हैं.
कई जगहों पर, जहां दूध बेचा जा रहा है, लंबी कतारें देखी गयीं जबकि प्रसिद्ध कोयमबेडू सब्जी बाजार का शहर से संपर्क टूटने से सब्जियों की कीमतों में जोरदार उछाल आया है.


मिनरल वाटर भी उंची कीमत पर बिक रहे हैं और आमतौर पर 30रुपये में उपलब्ध 20 लीटर की पानी की बोतल 150रुपये में बेची जा रही है. शहर के अधिकतर सुपर मार्केट और होटल या तो बंद हैं या उनका भंडार खत्म हो गया है.


पिछले कुछ दिनों में उत्तर पूर्वी मानसून और बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के कारण भारी बारिश होने एवं बाढ आने से तमिलनाडु के कई जिलों खासकर चेन्नई में स्थिति संकटपूर्ण हो गयी है.


चेन्नई और उसके उपनगरीय क्षेत्रों के कई इलाके जलमग्न हैं, जिनसे आम जनजीवन ठप हो गया है.


धैर्य व संयम से त्रासदी से उबर जायेंगे तमिलनाडु वासी : राष्ट्रपति

Undefined
दक्षिण में बाढ़ का कहर, प्रधानमंत्री मोदी ने एक हजार करोड़ मदद का किया एलान 6

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने चेन्नई में बाढ के कारण आयी त्रासदी में लोगों की जान जाने पर दुख जाहिर किया है और उम्मीद जताई है कि तमिलनाडु के लोग धैर्य और संयम के साथ इससे उबर आएंगे.


प्रणब ने एक संदेश में कहा, ‘‘भारी बारिश के कारण चेन्नई में हुई जनहानि और अवसंरचना को गंभीर नुकसान पहुंचने से दुखीहूं़ इस मुश्किलघड़ी में मेरी प्रार्थनाएं और शुभकामनाएं तमिलनाडु के लोगों के साथ हैं.’ राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें यकीन है कि तमिलनाडु के लोग धैर्य और संयम के साथ इस त्रासदी से उबर आएंगे.


चेन्नई और इसके उपनगरीय इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण सैकड़ों घर और दफ्तर डूब गए हैं. इसके कारण जनजीवन थम सा गया है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें