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नौ दिसंबर से शुरू होगी एनआइटी में आइसीटी एकेडमी

नौ दिसंबर से शुरू होगी एनआइटी में आइसीटी एकेडमी बेहतर इंजीनियर पैदा करने के लिए पहलनौ दिसंबर से वीएलएसआइ और 15 दिसंबर से डाटा स्ट्रक्चर की शुरुआतलाइफ रिपोर्टर पटनाभारत सरकार के दूरसंचार एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की तरफ से एनआइटी में एकेडमी खुलने के बाद प्रशिक्षण कार्य में तेजी लाने का प्रयास शुरू कर दिया गया […]

नौ दिसंबर से शुरू होगी एनआइटी में आइसीटी एकेडमी बेहतर इंजीनियर पैदा करने के लिए पहलनौ दिसंबर से वीएलएसआइ और 15 दिसंबर से डाटा स्ट्रक्चर की शुरुआतलाइफ रिपोर्टर पटनाभारत सरकार के दूरसंचार एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की तरफ से एनआइटी में एकेडमी खुलने के बाद प्रशिक्षण कार्य में तेजी लाने का प्रयास शुरू कर दिया गया है. इसके तहत नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पटना में मंत्रालय की तरफ से शुरू की गयी आइसीटी एकेडमी (इंफॉरमेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी) के तहत अब शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा. दिसंबर से हाेगी पहलआइसीटी एकेडमी के कोऑर्डिनेटर सह एनआइटी फैकल्टी प्रोफेसर एमपी सिंह ने बताया कि आगामी नौ दिसंबर से प्रशिक्षण की शुरुआत होगी. इसका मकसद मकसद वर्तमान समय में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हो रहे नये बदलावों की जानकारी अध्यापकों को देना है. दिसंबर से शुरू हो रही इस एकेडमी में अभी दो सब्जेक्ट्स का प्रशिक्षण दिया जायेगा, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेट की तरफ से वीएलएसआइ और कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट की तरफ से डाटा स्ट्रक्चर और अल्गोरिद्म के बारे में जानकारी दी जायेगी. प्राेफेसर सिंह ने बताया कि इन शिक्षकों को वर्तमान बाजार की मांग के अनुरूप अध्यापन के ढंग समझाए जायेगा. ऐसा इसलिए ताकि ये अध्यापक वर्तमान से रूबरू हों और अपने स्टूडेंट्स को आज के संदर्भ में तकनीकी ज्ञान देने में और ज्यादा सक्षम हो. एनआइटी जैसे संस्थानों से बेहतर इंजीनियर पैदा करने के लिए भी मंत्रालय ने यह कदम उठाया है. इस पूरी प्रक्रिया में संबंधित डिपार्टमेंट के सभी फैकल्टी एकेडमी के कार्य में अपना योगदान देंगे.चार राज्यों के शिक्षकों को मिलेगा प्रशिक्षणइस एकेडमी के जरिए बिहार के साथ ही उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के विभिन्न तकनीकी कॉलेजों की 16 हजार फैकल्टी को चार वर्षों में प्रशिक्षित किया जाएगा. यहां टीचर्स को आइटी एवं इलेक्ट्रानिक्स क्षेत्र की नवीनतम तकनीकों के बारे में जानकारी मिलेगी. साथ ही इंफॉरमेशन सिक्योरिटी, वेब सिक्योरिटी, सिग्नल प्रोसेसिंग आदि की भी जानकारी दी जाएगी.मंत्रालय की पहल को एनआइटी से मिल रही मददआइसीटी एकेडमी को बेहतर तरीके से संचालित करने और शिक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण के लिए मंत्रालय तो मदद कर ही रहा है, एनआइटी प्रशासन भी कोई कमी नहीं छोड़ रखा है. प्रशासन ने सेंटर के गठन के साथ ही इसके लिए अलग से टीम गठित की है. संस्थान में इसके लिए अलग से विशेष जगह और लैब की व्यवस्था की गई है. निदेशक प्रो.अशोक डे की निगरानी में प्रशिक्षण कार्य आगे बढ़ रहा है.एनआइटी जैसे टॉप तकनीकी संस्थानों में बेहतर शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए आइसीटी एकेडमी एक बेहतर कदम है. शिक्षक जब वर्तमान ट्रेंड से रूबरू होंगे तभी वे स्टूडेंट्स को भी बेहतर और आज की मांग के अनुरूप इंजीनियर तैयार कर पाएंगे. कुल 80 घंटे के प्रशिक्षण में 50 घंटा थ्योरी और 30 घंटे लैब में प्रशिक्षण दिया जाएगा.- प्रोफेसर एमपी सिंह, कोऑर्डिनेटर, आइसीटी एकेडमी, एनआइटी पटना

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