लखीसराय : बीएसएनएल का कनेक्टिंग इंडिया का नारा लखीसराय जिला में पूरी तरह फेल हो चुका है. कॉल ड्राॅप कम करने की दिशा में कोई कवायद नहीं हो पायी है. लखीसराय में बीएसएनएल ग्राहकों के लिए कॉल कनेक्ट होना बड़ी बात है. कॉल लग जाये तब भी बात होने की पूरी गारंटी नहीं है.
एक से बात करने के लिए कम से कम तीन चार बार कॉल करनी पड़ती है. हालत ये है कि बीएसएनएल के ग्राहक अन्य मोबाइल सेवा प्रदान करने वाली कंपनी की सेवा लेने को मजबूर हैं. बीएसएनएल नंबर को अन्य मोबाइल सेवा कंपनी में कनर्वट किया जा रहा है. बीएसएनएल लैंड लाइन सेवा की स्थिति तो और भी बदतर है.
सूर्यगढ़ा बाजार में बीते चार वर्षों से लैंड लाइन सेवा ठप है. क्या कहते हैं उपभोक्तासूर्यगढ़ा बाजार के बीएसएनएल उपभोक्ता विमल वर्मा के मुताबिक स्थानीय बाजार में चार वर्षों से लैंड लाइन सेवा ठप हैं. एनएच 80 टू लेन निर्माण के क्रम में भूमिगत केबुल क्षतिग्रस्त हो गया.
इसके बाद से विभाग ने नये सिरे से केबुल बिछा कर सेवा बहाल करने की कोई पहल नहीं की. बाजार व आसपास के दर्जनों उपभोक्ता सेवा से वंचित हैं. फैक्स सुविधा के लिए लखीसराय या मुंगेर जाना होता है. ब्राॅड बैंड सुविधा का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है. बहुत इंतजार किया मगर सुधार नहीं हुआ.
वहीं नगर निवासी भोला झा ने कहा कि लचर मोबाइल सेवा से त्रस्त होकर एमपीएन के जरिये पोर्ट कर एक निजी कंपनी की सेवा को अपना लिया है. श्री झा के अनुसार बीएसएनएल की दोषपूर्ण सेवा के कारण उन्होंने अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठान व घर के कई नंबरों को भी पोर्ट करा लिया है. लगातार शिकायत के बावजूद सुधार नहीं होने के कारण ऐसा कदम उठाया है.
लखीसराय बाजार निवासी दिनेश चंद्र सिंह ने कहा कि बीएसएनएल की लचर मोबाइल सेवा से वह ही नहीं सारे उपभोक्ता ही त्रस्त हैं. उन्होंने कहा कि मैंने भी पोर्ट का विकल्प चुना है. उन्होंने कहा कि बीएसएनएल मोबाइल रखने के बाद बात नहीं हो पाने के कारण परिवार व सगे संबंधी से कटे रहते थे.
परिजनों के दबाव पर बीएसएनएल की सेवा को बंद कर बेहतर माध्यम का चयन किया. अजय ठाकुर ने कहा कि बीएसएनएल का कनेक्शन बहुत शौक से लिया था, लेकिन इसकी लचर सुविधा से परेशान हो दूसरी कंपनी का सहारा लेना पड़ रहा है. अरविंद कुमार गुप्ता ने कहा कि सेवा में गड़बड़ी के कारण बीएसएनएल के नंबर को दूसरी कंपनी में पोर्ट कराना पड़ा.
अशोक सिंह ने कहा कि बीएसएनएल का कनेक्शन उपभोक्ताओं के लिए अब बोझ लगने लगा है. अंगद कुमार ने कहा कि बीएसएनएल का नेटवर्क हमेशा खराब ही रहता है. पीएम से लेकर दूर संचार मंत्री तक कॉल ड्राॅप की समस्या से चिंतित हैं. बेसिक फोन सेवा की तरह ही मोबाइल सेवा भी अब हाशिये पर आता प्रतीत हो रहा है.