खुशबु के लिए परफ्यूम, इत्र और डियोड्रेंट का इस्तेमाल आम हो गया है. कुछ लोग इसे दिन भर ‘टच अप’ देने के लिए अधिक उपयोग करते हैं लेकिन इन केमिकल से भरे खुशबु टीन का अधिक इस्तेमाल खतरनाक भी हो सकता है.
डियोड्रेंट का रोजाना इस्तेमाल आपको बीमार और गंभीर बीमार बना सकता है. यदि आप हफ्ते में 2-3 बार डियोड्रेंट का यूज़ करते हैं तो फिक्र न करें लेकिन डियोड्रेंट का अधिक उपयोग आपको कई बड़ी जटिल बीमारी दे सकता है.
आइये आपको बताते हैं कि अधिक डियोड्रेंट इस्तेमाल करने से आपको कौन सी जटिल बीमारियाँ हो सकती हैं…
त्वचा का छिलना, कटना और घाव हो जाना
डियोड्रेंट के अधिक प्रयोग से, इसमें मौजूद केमिकल्स त्वचा को जला सकते हैं, यही नहीं इससे त्वचा छिल जाती है, जो बाद में कटने लगती है. इसे नजरअंदाज करने पर यह बड़े-बड़े घाव भी बना सकती है. कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है जो डियोड्रेंट के संपर्क में आते ही लाल हो जाती है. कभी-कभी त्वचा पर लाल चकते भी पड़ जाते हैं.
नाक बंद होना और अस्थमा होना
अक्सर लोगों को डियोड्रेंट लगाने के बाद छींके आना शुरू हो जाती हैं और फिर जुकाम, नाक बंद होने जैसी शिकायत हो जाती है. यह सब डियोड्रेंट के केमिकल्स के असर के कारण होता है. यही नहीं कई बार यह अस्थमा का बड़ा कारण भी बनता है.
भूलने की बीमारी/एल्जाइमर होना
डियोड्रेंट में एल्यूमीनियम पाया जाता है जो साँस के द्वारा शरीर में प्रवेश कर नसों को ब्लाक कर सकता है. जिससे एल्जाइमर की बीमारी होने का खतरा रहता है.
ब्रेस्ट कैंसर
डियोड्रेंट का अधिक इस्तेमाल महिलाओं के लिए अधिक हानिकारक हो सकता है इसमें पाए जाने वाले एस्ट्रोजन से महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बना रहता है.
कई अन्य कैंसर होने का खतरा भी हो सकता है
अधिक डियोड्रेंट का इस्तेमाल त्वचा के रोम छिद्र बंद कर देता है जिससे शरीर के अंदर की गंदगी बाहर नहीं निकल पाती और कैंसर होने का खतरा हो बढ़ जाता है.
इससे बचने के लिए बेहतर होगा कि डियोड्रेंट को डायरेक्ट बदन पर न लगा कर अंदरूनी कपड़ों पर लगाएं. खुशबु के लिए जेल सोप या टेलकाम पावडर उसे करें.