बौआ झा हत्याकांड: पत्नी ने प्रेमी संग मिल करायी हत्या बौआ झा हत्याकांड का उद्भेदन पत्नी व प्रेमी ने करायी हत्या
पूर्णिया : चर्चित रवि शेखर उर्फ बौआ झा हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर बड़ी सफलता हासिल की है. यह हत्या पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी. घर वालों के द्वारा अभियुक्तों के संबंध में कोई ठोस जानकारी पुलिस को नहीं दी गयी और न ही कोई ठोस सुराग ही प्राप्त हो सका था.
बौआ झा की हत्या उन्हीं के घर में घर वालों के रहते हुए अपराधियों के द्वारा चाकू घोंप कर कर दी गयी थी. उक्त जानकारी देते हुए एसपी निशांत कुमार तिवारी ने बताया कि बौआ झा की हत्या उसकी पत्नी काजल झा एवं उसका प्रेमी ऋषिकेश यादव ने मिल कर करवाया. काजल झा एवं ऋषिकेश यादव ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. ऋषिकेश यादव विगत 04 वर्षों से बौआ झा के घर स्थित लॉज में रह कर पढ़ाई कर रहा था.
वह भागलपुर जिले के बीहपुर थाना अंतर्गत जयरामपुर का रहने वाला है. पुलिस काजल झा एवं ऋषिकेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है. प्रेम-प्रसंग में हुई हत्या एसपी ने बताया कि ऋषिकेश यादव विगत 04 वर्षों से बौआ झा के घर लॉज में रह रहा था. काजल अपने पति व सास-ससुर के व्यवहार से परेशान रहती थी. यहां तक कि पति द्वारा मारपीट भी किया जाता रहता था.
इसी क्रम में काजल का ऋषिकेश से प्रेम-प्रसंग चलने लगा और दोनों ने एक साथ जीवन जीने की ठान ली और बौआ झा को रास्ते से हटा देने की योजना बनायी. एक लाख में दी हत्या की सुपारी ऋषिकेश व काजल ने मिल कर बौआ झा की हत्या की योजना बनायी थी.
इसके लिए ऋषिकेश का ममेरा भाई भागलपुर जिले के गोपालपुर थाना अंतर्गत कमलापुर का संतोष यादव को एक लाख रुपये में हत्या की सुपारी दी थी. जिसमें 37 हजार रुपये भुगतान कर दिया गया था. काजल ने 20 हजार व ऋषिकेश ने 17 हजार रुपये संतोष को दिये थे. बताया गया कि काजल ने 20 हजार रुपये अपने बहनोई लिटिल झा से लेकर संतोष को दी थी.
काजल ने खुला रखा घर का दरवाजा एसपी श्री तिवारी ने बताया कि बौआ झा की जिस दिन हत्या हुई, उस दिन काजल झा पूर्व से ही घर के दोनों दरवाजा खुला छोड़ दी थी. ऋषिकेश ने लॉज में रह रहे सभी छात्रों के कमरे का बाहर से दरवाजा बंद कर दिया था.
इस दौरान काजल, ऋषिकेश व सतोष यादव व अन्य तीन सहयोगियों के साथ मिल कर योजनाबद्ध तरीके से हत्या की घटना को अंजाम दिया गया. बरामद रॉड से मिला सुराग हत्या को लेकर पुलिस द्वारा घटनास्थल का कई बार अनुसंधान किया गया. घर के परिसर में रखा हुआ एक धारदार रॉड बरामद किया गया.
इससे यह स्पष्ट हो गया कि घर वालों के जान-पहचान के व्यक्ति के द्वारा ही बौआ झा की हत्या की गयी है. घटना के निरीक्षण के क्रम में यह बात प्रकाश में आया कि मृतक का पत्नी से अच्छा संबंध नहीं था. साथ ही परिजनों द्वारा दर्ज प्राथमिकी के अलावा समय-समय पर अन्य लोगों का नाम लिया जा रहा था. इसके कारण कांड के उद्भेदन में जटिलता आने लगी.
टेक्निकल सेल से हुआ उद्भेदन एसपी ने बताया कि कांड की जटिलता को देखते हुए टेक्निकल सेल द्वारा गहराई से अनुसंधान किया गया. मोबाइल कॉल डिटेल्स व टावर डंप के आधार पर काजल व ऋषिकेश की संलिप्तता प्रकाश में आयी. सनद रहे कि सदर थाना क्षेत्र के रामबाग के जमीन कारोबारी मोहन झा के पुत्र रवि शेखर उर्फ बौआ झा की हत्या 15 अगस्त की रात अज्ञात अपराधियों द्वारा चाकू घोंप कर दी गयी थी.
पुलिस ने परिजनों के बयान के आधार पर कांड संख्या 316/15 दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया और इस मामले में प्राथमिकी अभियुक्त सिटी के रंजीत पाठक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
इस कांड के उद्भेदन में सदर थानाध्यक्ष उदय कुमार के अलावा एसआई मनीष झा, संजीव कुमार रजक, टेक्निकल सेल के आदित्य झा एवं काउंसटेबल सरोज शामिल थे. फोटो:- 28 पूर्णिया 13परिचय:- गिरफ्तार अभियुक्तों के साथ एसपी निशांत कुमार तिवारी.