अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गये डॉक्टर हंगामा :
चिकित्सा कर्मियों की पिटाई का विरोध, ओपीडी में लटका ताला, इमरजेंसी में तड़पते रहे मरीज इलाज के लिए पूरे दिन सदर अस्पताल में भटकते रहे मरीजअस्पताल का दवा काउंटर भी रहा बंद, आफत में रही जान दूर-दूर से आये मरीजों को बिना इलाज कराये लौटना पड़ा घर .
ओपीडी वार्ड में तालाबंदी के बाद पसरा सन्नाटा . डॉक्टरों के इंतजार में अस्पताल में बैठे मरीज . ओपीडी के बाहर इलाज के लिए बैठीं महिलाएं – नहीं लें. इमरजेंसी वार्ड में खाली पड़ी चिकित्सकों की कुरसी .
इमरजेंसी वार्ड में जख्म से कराह रहा मासूम – नहीं लें- दो, तीन आैर पांच आवश्यक हैइंट्रो- सड़क हादसे में दो युवकों की मौत के बाद पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची.
इससे जनाक्रोश फूट पड़ा. उग्र ग्रामीणों ने सीओ और चिकित्सा पदाधिकारी के आवास पर हमला किया. आक्रोशित लोगों ने सीओ अमित रंजन और पीएचसी के चिकित्सा प्रभारी डॉ ओपी लाल को पीट दिया.
डॉक्टर पर हमले की घटना के बाद एक बार फिर जिले भर के अस्पतालों के चिकित्सक हड़ताल पर चले गये. सदर अस्पताल में ओपीडी समेत सभी पीएचसी और रेफरल अस्पताल में मरीजों का इलाज बाधित हो गया है.
डॉक्टरों की इस हड़ताल का खामियाजा शनिवार को मरीजों को भुगतना पड़ रहा. ‘प्रभात खबर’ की टीम शनिवार को 11. बजे से एक बजे के बीच सदर अस्पताल की आंखों देखी स्थिति पर यह रिपोर्ट तैयार की.
गोपालगंज : कुचायकोट में पुलिस चूक पर फूटा जनाक्रोश का खामियाजा यहां मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. ये वैसे मरीज हैं, जो विभिन्न रोगों से पीड़ित हैं. इनका कोई कसूर भी नहीं है. सदर अस्पताल से लेकर जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक के डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से ओपीडी में जहां ताला लटका हुआ है,
वहीं इमरजेंसी में इलाज के अभाव में मरीज तड़पते रहे. शनिवार की सुबह 9.30 बजे डॉक्टर पर हमले की सूचना मिली. सदर अस्पताल के सभी डॉक्टर ओपीडी से बाहर निकल गये. मरीजों की परची कटनी भी बंद हो गयी. कर्मी भी अस्पताल छोड़ कर बाहर चले गये. यहां तक की अपने चैंबर से निकल कर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ पीसी प्रभात भी चले गये.
मरीज घंटों में लाइन में खड़ा रहने के बाद लौट गये. शनिवार को सदर अस्पताल के ओपीडी में 385 मरीजों की परची कटी थी, जिनमें महज 27 मरीजों का इलाज हो सका था. बाकी लोगों को लौटना पड़ा.