अररिया : अररिया नगर परिषद अपने 29 वार्डों की सफाई के लिए डोर टू डोर कचरा उठाव के मिशन को अंतिम रूप देने की तैयारी में जुटा हुआ है.
डोर टू डोर कचरा उठाव के कार्य को आरंभ करने से पूर्व नगर परिषद के सीटी मजिस्ट्रेट व टैक्स दारोगा को प्रारंभिक स्थति में वार्डों की सूची तैयार करने की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. नप के कार्यालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डोर टू डोर कचरा अभियान की शुरुआती ट्रायल दिसंबर माह से प्रारंभ हो जायेगा. इसके तहत अभी 29 वार्डों में 14 से 15 वार्डों में डोर टू डोर कचरा उठाव का काम शुरू हो जायेगा. सफलता पूर्वक संचालन होने के बाद डोर टू डोर कचरा उठाव को सभी वार्डों में लागू किया जायेगा. नप द्वारा उठाये गये कचरा का निस्तारण भी किया जायेगा.
घर-घर से उठेगा कचरा कचरा उठाव करने के लिए नप की गाड़ी वार्ड वासियों के घर-घर तक पहुंचेगा. गाड़ी घर तक पहुंच कर ह्विसिल बजायेगा. लोगों को अपने कचरा को रखने के लिए नप को प्रत्येक घरों में दो प्रकार के डिब्बे उपलब्ध करायेगा. लोग उन दोनों डिब्बा में सूखा व गीला कचरा को अलग-अलग रखेंगे. गीला कचरा में रसोई घर का वेस्टेज होगा तो सूखा कचरा में घर का डस्ट, प्लास्टिक या अन्य कचरा होगा. प्रत्येक घर से ट्रॉली उन कचरों को उठा कर एक स्थान पर जमा करेंगे. फिर उस कचरा को नप की गाड़ी उठा कर उसके निस्तारण की जिम्मेवार का निर्वहन करेंगे.
नप बढ़ा रहा है मजदूर व ट्रॉली वार्डों की सफाई की जिम्मेवारी को संजीदगी के साथ लेते हुए नप वार्डों की आबादी के आधार पर मजदूरों को बढ़ा रहा है. 80 मजदूरों की संख्या का इजाफा करते हुए नप 40 से 50 मजदूरों की संख्या को बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है. प्रत्येक वार्ड में कचरा उठाव करने के लिए एक ट्रॉली की व्यवस्था है,
जबकि नप इस अभियान को सफल बनाने के लिए वार्डों की आबादी के आधार पर ट्रॉली की व्यवस्था करने की तैयारी करने में लगा हुआ है.प्रधान सचिव का निर्देशडोर टू डोर कचरा उठाव करने के अभियान को ले प्रधान सचिव के द्वारा मिले निर्देश के बाद नगर परिषद खास तौर पर सतर्क हुआ है.
हालांकि अररिया नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा चुनाव पूर्व ही नगर परिषद कर्मियों को डोर टू डोर कचरा उठाव अभियान के कार्य में रुचि लेने का निर्देश जारी किया गया था. नगर निकाय व आवास विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा के द्वारा जारी निर्देश के आधार पर राज्य के 141 नगर निकाय में खास तौर पर इस अभियान को मार्च 2016 तक लक्ष्य के अनुरूप पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
इस कार्य को अमली जामा पहनाने के लिए राज्य स्तर पर राशि निर्गत किये जाने की बात भी सामने आ रही है. जानकारी अनुसार वार्ड स्तर पर एक सौ रुपये कूड़ा उठाव पर खर्च किया जायेगा, जिसके तहत 20 रुपये मजदूरी पर खर्च किया जाना है, जबकि नागरिकों को प्रतिमाह 30 रुपये प्रति माह की दर से यूजर चार्ज देना होगा.
इस प्रकार प्रतिदिन कूड़ा उठाव पर एक मजदूर को 50 रुपये मिलेंगे. अगर मजदूर दो सौ परिवारों का प्रतिदिन कूड़ा उठाता है तो उसे दस हजार रुपये तक की मासिक आमदनी हो सकती है. सफाई के काम में स्वयं सहायता समूह के महिलाओं को लगाये जाने का विभागीय आदेश है जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके. बचे 80 रुपये का खर्च उपकरणों की खरीद व कचरे के निस्तारण पर खर्च करने का निर्देश है.
कहते हैं कार्यपालक पदाधिकारीडोर टू डोर कचरा अभियान को सफल बनाने के मुहिम के संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी भवेश कुमार ने बताया कि इस कार्य को सफल बनाने के लिए चुनाव पूर्व ही कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया था. चुनाव कार्य में हुई व्यस्तता के कारण काम शुरू नहीं हो पाया है. दिसंबर के प्रथम सप्ताह से डोर टू डोर कचरा अभियान को शुरू कर दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि अभी वार्ड स्तर पर यूजर से राशि नहीं ली जायेगी. 29 वार्डों में एक साथ डोर टू कचरा उठाव अभियान नहीं चलाया जायेगा. इसके लिए वैसे वार्डों का चयन किया जा रहा है जिसके द्वारा होल्डिंग कर का भुगतान ससमय किया जा रहा है.