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फिर उठा लीची बरबादी की भरपाई का मुद्दा

फिर उठा लीची बरबादी की भरपाई का मुद्दा फोटो दीपक एकजुट होने लगे जिले के लीची किसान कहा, लीची फसल की बीमा का तैयार हो नीतिसंयुक्त भवन परिसर में बैठक कर किया विमर्श वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरपिछले वर्ष लीची की व्यापक क्षति हुई थी, लेकिन न तो केंद्र व राज्य सरकार ने ध्यान दिया. चुनावी शोर […]

फिर उठा लीची बरबादी की भरपाई का मुद्दा फोटो दीपक एकजुट होने लगे जिले के लीची किसान कहा, लीची फसल की बीमा का तैयार हो नीतिसंयुक्त भवन परिसर में बैठक कर किया विमर्श वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरपिछले वर्ष लीची की व्यापक क्षति हुई थी, लेकिन न तो केंद्र व राज्य सरकार ने ध्यान दिया. चुनावी शोर में किसानों का मुद्दा दब गया. लेकिन इस मुद्दे पर किसान फिर से एकजुट होने लगे हैं. किसानों का कहना है कि किसी भी हाल में लीची की क्षति बरदाश्त करने लायक नहीं है. लीची किसानों के लिए व्यापक प्लान बनाने की जरूरत है. केंद्र सरकार के कृषि मंत्री से मिलने के बाद भी किसानों के लिए कुछ नहीं हुआ. अब राज्य में नीतीश कुमार की सरकार फिर से बनने के बाद किसानों की उम्मीद जगी है. किसान नेता भोलानाथ झा ने कहा, फंगस और पिल्लू के कारण लीची की काफी क्षति हुई थी. सरकारों ने किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया. सरकार को लीची किसानों के स्पष्ट नीतियां बनाने की जरूरत है. पिछली बार क्षति जिले में लीची किसानों को करोड़ों रुपये की क्षति हुई थी. तत्कालीन जिलाधिकारी को अवगत कराये थे. लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ. अब सूबे में नयी सरकार बनी है. सीएम को किसानों पर ध्यान देने की जरूरत है. मुरलीधर शर्मा ने कहा, कृषि मंत्री से इस मुद्दे पर बात की गई है. लीची बीमा कराने में आ रही कठिनाइयों को दूर करने पर चर्चा की गई है. इसके लिए कृषि मंत्री सकारात्मक जवाब दिया है. सामने लीची का फसल आने वाली है. बीमा कंपनी को इसके लिए गाइड लाइन मिले. डीएओ के माध्यम कृषि मंत्री व सीएम को प्रस्ताव भेजेंगे. अध्यक्षता शंभु नाथ झा ने की. इस मौके पर सुरेंद्र यादव, शैलेंद्र कुमार शाही, बाल कृष्ण, पंकज कुमार शाही ने विचार रखे.

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