रायपुर : छत्तीसगढ के धुर नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में हुई मुठभेडों में सफलता से उत्साहित सुरक्षा बल ने अब नक्सली नेताओं को घेरना शुरू कर दिया है. राज्य के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के सुकमा और बीजापुर जिले में सुरक्षा बल ने कार्रवाई करके पिछले 17 दिनों में लगभग 10 नक्सलियों को मार गिराया और कई नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. इसमें कुछ ऐसे नक्सली भी शामिल हैं जिनके खिलाफ बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है तथा उनके सर पर ईनाम घोषित है. राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ में नक्सल समस्या के समाधान के लिए गंभीर केंद्र सरकार के गृह विभाग से दिशा निर्देश मिलने के बाद राज्य में नक्सल विरोधी अभियान में तेजी आयी है.
राज्य के दक्षिण बस्तर क्षेत्र बीजापुर और सुकमा जिले के बडे हिस्से में नक्सलियों के सफाए के लिए अभियान चलाया जा रहा है जिसमें पुलिस को शुरुआती सफलता मिलने लगी है. अधिकारियों के मुताबिक, राज्य का यह जिला सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित है और यह नक्सलियों के लिए सामरिक महत्व का है. इन जिलों से नक्सलियों के सफाए के बाद बडे हिस्से में इस समस्या के समाधान का प्रयास किया जा सकता है. बीजापुर और सुकमा जिले में ज्यादातर घने जंगल हैं तथा यह इलाका पडोसी राज्य उडीसा, आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा से जुडा हुआ है. इसलिए यह क्षेत्र नक्सलियों को घटनाओं को अंजाम देने और आसानी से दूसरे राज्यों में प्रवेश करने के लिए मददगार है.
वहीं इस क्षेत्र में नक्सली नेता सदस्यों को प्रशिक्षण भी देते हैं. सुकमा और बीजापुर जिले के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित होने के कारण यहां भारी संख्या में सुरक्षा बल को तैनात किया गया है. जानकारी के मुताबिक, सुकमा जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 11 बटालियन को तथा बीजापुर जिले में आठ बटालियन को तैनात किया गया है. राज्य के इन दोनों जिलों में लगभग 23 हजार जवान तैनात हैं. जिनमें केंद्रीय और राज्य के बलों के जवान शामिल हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राज्य के इन दोनों जिलों में सुरक्षा बल के जवान नक्सल विरोधी अभियान में जुटे हुए हैं तथा पिछले कुछ दिनों में सुरक्षा बल ने ऐसे जगहों पर कार्रवाई की है जहां पहले नहीं पहुंचा जा सका था.
अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण बस्तर क्षेत्र में नक्सली नेता पापा राव, गणेश उइके, मिलटरी कंपनी कमांडर हिडमा, नागेश और सोनू जैसे कई नेता सक्रिय हैं. सुकमा जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह बताते हैं कि जिले का कुछ हिस्सा घने जंगलों के बीच है जिसे नक्सलियों के लिए सबसे सुरक्षित माना जाता रहा है. पिछले कुछ दिनों में सुरक्षा बल ने वहां कार्रवाई की है तथा उन्हें सफलता भी मिली है. सिंह कहते हैं कि पुलिस चाहती है कि इस क्षेत्र में लगातार कार्रवाई की जाए तथा नक्सलियों के कब्जे से इस क्षेत्र को मुक्त किया जाए। पुलिस को इस क्षेत्र में लगातार नक्सली नेताओं की गतिविधियों की जानकारी मिल रही है.
पुलिस जानकारियों के अधार पर कार्रवाई भी कर रही है. ऐसे ही जानकारी के आधार पर पुलिस ने बृहस्पतिवार को कार्रवाई कर एक महिला नक्सली समेत दो नक्सलियों को मार गिराया है. पुलिस को जानकारी मिली थी कि नक्सली कमांडर हिडमा क्षेत्र में सक्रिय है. जानकारी के बाद पुलिस दल ने कार्रवाई की थी. हालांकि इस कार्रवाई के दौरान हिडमा भाग गया लेकिन आयतु और जोगी को पुलिस ने मार गिराया. इससे पहले पुलिस ने इस महीने की 13 तारीख को बीजापुर जिले के भैरमगढ क्षेत्र में कार्रवाई कर एक नक्सली कमांडर समेत चार नक्सलियों को मार गिराया था.