रांची: झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स की कार्यकारिणी समिति की तीसरी बैठक गुरुवार को चेंबर भवन में अध्यक्ष पवन शर्मा की अध्यक्षता में हुई. बैठक में निर्णय लिया गया कि बीएसएनएल की लचर व्यवस्था से चेंबर केंद्रीय मंत्री को अवगत करायेगा. अगर सेवा में अविलंब सुधार नहीं होता, तो फेडरेशन चेंबर सभी व्यवसायियों के फोन को एक साथ सरेंडर करने की अपील करेगा.
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने वाणिज्यकर विभाग और बीएसएनएल की लचर सेवा से हो रही परेशानियों पर मुख्य रूप से चिंता जताई और कहा गया कि विभाग द्वारा नये–नये नियम लगाकर व्यवसायियों को परेशान किया जा रहा है, जिस पर मुख्यमंत्री और विभागीय पदाधिकारियों को विचार करने की आवश्यकता है.
सदस्यों ने कहा कि राजधानी रांची में बीएसएनएल की लचर सेवा से सभी परेशान हैं. सड़क निर्माण कार्य के दौरान जेसीबी द्वारा क्षतिग्रस्त तारों को सुधार करने की कोई व्यवस्था विभाग के पास नहीं है. शहर के विभिन्न इलाकों में लगभग 10 हजार लैंडलाइन फोन पिछले तीन–चार महीनों से सेवा में नहीं है. यह निर्णय लिया गया कि फेडरेशन सीजीएम से वार्ता कर यह आग्रह करेगा कि विभागीय पदाधिकारी सप्ताह में दो दिन पूरे दिन चेेंबर कार्यालय में बैठ कर, व्यवसायियों की समस्याओं का निराकरण करें.
चेेंबर अध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा विकास की है, पर वह विकास व्यापारियों तक पहुंच नहीं पा रहा है, जिसपर विचार करने की आवश्यकता है. फेडरेशन चेंबर राज्य के विकास में सरकार का सहभागी है, किंतु वाणिज्यकर विभाग इस विकास के रास्ते में अवरोध उत्पन्न कर रहा है.
बैठक में इस्टर्न रेलवे डिवीजन, जेडआरयूसीसी सदस्य के लिए झारखण्ड चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि के तौर पर महाबीर शर्मा का सर्वसम्मति से मनोनयन किया गया.
बैठक में उपाध्यक्ष तुलसी पटेल, कुणाल अजमानी, महासचिव विनय अग्रवाल, सह सचिव राहुल मारू, कोषाध्यक्ष रंजीत गाडोदिया, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप बाजला, नंदकिशोर अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य आरडी सिंह, अरूण खेमका, दीनदयाल वर्णवाल, प्रवीण छाबडा, काशी कनोई, सोनी मेहता, श्यामसुंदर अग्रवाल, रवि भट्ट, कमल जैन, अश्विनी राजगढिया, राम बांगड, पूर्व अध्यक्ष विष्णु बुधिया, बिकास सिंह, सदस्य किशन अग्रवाल आदि उपस्थित थे.