मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर की पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार कर कथितरूप से नाबालिग छात्राओं को जाल में फंसाने वाले एक गिरोह का खुलासा किया है. गिरफ्तार युवक के अलावा इस गिरोह में चार अन्य युवक भी शामिल बताए जाते हैं जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास में पुलिस जुटी है. मेडिकल थाना प्रभारी बच्चन सिंह सिरोही ने आज बताया कि फिलहाल पुलिस के पास इस तरह की एक ही शिकायत सामनेआयी है. अगर कोई अन्य शिकायत आएगी तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि घटना में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म का प्रयास और पोक्सो एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. सभी आरोपी छात्र हैं और 20-22 साल उम्र के हैं.
मेडिकल थाना प्रभारी के अनुसार इस गिरोह में एक छात्रा भी शामिल बतायी जा रही है और उसका पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं. जिला पुलिस प्रवक्ता के अनुसार शास्त्रीनगर इलाके के केंद्रीय सेवा में कार्यरत एक अफसर अपनी नाबालिग 14 साल साल की बेटी को लेकर बुधवार को एसएसपी डीसी दूबे से उनके कार्यालय में मिले थे. उनका आरोप था कि शास्त्रीनगर एल ब्लाक निवासी शंशाक प्रधान, सिद्घार्थ गुर्जर, शुभम, साकिब और अरीब बीती 27 जुलाई को उनकी बेटी को बहला-फुसला कर गंगानगर ले गए थे.यहां आरोपियों ने उसे पेस्टरी खिलाई, जिसमें कुछ बेहोशी की दवा मिली हुई थी. इसके बाद आरोपी छात्रा को एक गेस्ट हाउस में ले गये,जहां छात्रा से गैंगरेप की कोशिश की गयी. लेकिन छात्राके शोर मचाने पर स्थानीय लोगों कीभीड़ जुटता देख आरोपी मौके से फरार हो गए. अधिकारी की बेटी नौंवी कक्षा की छात्रा है.
आरोप है कि भागने से पहले आरोपियों ने छात्रा को धमकी दी कि उन्होंने उसका अश्लील वीडियो बना लिया है. किसी से शिकायत की तो वे उसे इंटरनेट पर अपलोड कर देंगे. कुछ महीने तो छात्रा चुप रही लेकिन बुधवार शाम को जब एक बार फिर आरोपियों ने धमकी देकर छात्रा को शास्त्रीनगर स्थित पीवीएस माल में बुलाया तो छात्रा ने परिजनों को घटना की जानकारी दी जिसके बाद परिजन छात्रा को लेकर एसएसपी के पासपहुंचे.पीड़ित छात्रा की तहरीर पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक आरोपी अरीब को पीवीएस माल के पास से गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके शेष साथी मौके से भागने में सफल हो गए जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें गठित कर दीगयी हैं. पीड़ित छात्रा का कहना है कि इस गिरोह में एक छात्रा भी शामिल है जिसके जरिये आरोपी छात्राओं को अपने जाल में फंसा कर उनकी इज्जत से खिलवाड़ करते हैं. छात्रा के अनुसार करीब एक दर्जन से अधिक छात्राएं इस गिरोह का शिकार हो चुकी है.