लंदन : भारतीय निवेशकों को आकर्षित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की तरक्की के लिए ‘जरुरी दशाएं’ पैदा की गयी हैं. उन्होंने यह भरोसा भी दिलाया कि आने वाले दिनों में ये स्थितियां बेहतर होती जाएंगी. मोदी ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के ताजा सुधारों के बाद भारत अब विदेशी निवेश के लिए ‘सबसे खुले’ देशों में से एक है. उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘अभी भारत में होना समझदारी है.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर ब्रिटिश सरकार और कंपनियों के साथ काम करने को लेकर उत्सुक हैं. उन्होंने कहा कि ‘आपके सपनों को एक हकीकत में बदलने के लिए मैं निजी तौर पर ख्याल रखूंगा.’
लंदन के बीचोंबीच स्थित ऐतिहासिक गिल्डहॉल में उद्योग जगत की बडी हस्तियों को संबोधित करते हुए मोदी ने ये बातें कहीं. प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि 2016 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की शुरुआत सफलतापूर्वक हो जाएगी. मोदी ने कहा, ‘भारतीय अर्थव्यवस्था की उडान के लिए जरुरी दशाएं बनायी गयी हैं. इससे पहले भारत कभी भी बाहर की प्रतिभा, प्रौद्योगिकी एवं निवेश को आत्मसात करने के लिए इतना तैयार नहीं था. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि आने वाले दिनों में स्थितियां बेहतर होती जाएंगी.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम आपके विचारों, नवोन्मेषों एवं उद्यमों का स्वागत करेंगे. हम अपनी नीतियों एवं प्रक्रियाओं में जरुरी सुधार करने को लेकर काफी खुले विचार के हैं.’ मोदी ने कहा कि पहले नियमन एवं करों से जुडे कई मसले थे जो विदेशी निवेशकों की भावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहे थे. उन्होंने कहा कि सरकार ने कई निर्णायक कदम उठाएं हैं जिनसे लंबे समय से लंबित चिंताएं दूर की जा सकेंगी. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मेरी सरकार ने जब से कामकाज संभाला है, हम लगातार अर्थव्यवस्था को सही रास्ते पर लाने के लिए काम कर रहे हैं. हमारी कडी मेहनत का नतीजा दिख रहा है. आईएमएफ प्रमुख ने हाल ही में कहा कि भारत आज वैश्विक अर्थव्यवस्था के दमकते सितारों में से एक है. पिछले साल हमारी वृद्धि दर 7.3 फीसदी थी.’
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