नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लीगल सर्विस डे कॉन्फ्रेंस में कहा कि मेरा एक मंत्र रहा है सबका साथ, सबका विकास, सबका न्याय. बिहार चुनाव में हार के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार वह किसी कार्यक्रम में नजर आए. उन्होंने जनकल्याण की बात करते हुए कहा कि एक डॉक्टर अगर महीने में एक दिन मरीज का मुफ्त में इलाज करता है तो इससे जन कल्याण तो होता ही है साथ में 29 दिन उसकी वाहवाही होती रहती है. हमारे यहां सोच में बदलाव आना काफी आवश्यक है. उन्होंने कहा कि लीगल अवेयरनेस के साथ-साथ इंस्टिट्यूशंस को भी अवेयर होने चाहिए. सरकार भी इस बारे में सोचेगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आम आदमी के मन में एक प्रकार का डर बैठ गया है. वह यही सोचता है कि वकील के चक्कर में नहीं पड़ना है. वह सोचता है कि अन्याय झेल आसान है लेकिन वकील के पास जाना कठिन है. आम आदमी के लिए लोक अदालत वरदान साबित हुआ है. इस वजह से आम आदमी को लगता है कि वह कोशिश कर सकता है. लोक अदालत में उसे लगता है कि यहां कर प्रक्रिया अच्छी है.
मोदी ने कहा जब मैं गुजरात में मुख्यमंत्री था तो लोकअदालत में न्याय 35 पैसे में मिलता था, यह कामयाबी बड़ी थी.