स्वस्थ रहने के लिए जितना अच्छा आहार लेना जरूरी है उससे कहीं ज्यादा अच्छी नींद लेना भी जरुरी है. अधूरी नींद न सिर्फ मन-मस्तिष्क पर प्रभाव डालती है बल्कि कई समस्याओं की जड़ भी होती है.
हालिया हुए एक शोध के अनुसार, कम सोना व्यक्ति की कार्यक्षमता पर तो असर डालता ही है साथ ही यह कई जटिल बिमारियों का कारण भी बन सकता है. नींद पूरी न होने पर चिड़चिड़ाहट और जल्दी गुस्सा आता है साथ ही अधूरी नींद आपको डायबिटीज का मरीज भी बना सकती है.
विशेषज्ञों का मानना है कि अधूरी नींद से भविष्य में डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है. दरअसल कम नींद से इंसुलिन के प्रति शरीर की संवेदनशीलता घटने लगती है और साथ ही ब्लड शुगर को नियमित करने की क्षमता भी प्रभावित होती है. जिसके कारण डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है.
यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोरेडो बोल्डर के शोधकर्ता केनेथ राइट कहते हैं कि ‘बहुत कम नींद लेने वाले उस वक्त भी जागते हैं, जब शरीर की जैविक घड़ी के हिसाब से उन्हें नींद की जरूरत होती है. इस स्थिति में जब वे कुछ खाते हैं तो ब्लड शुगर नियमित करने की उनकी क्षमता प्रभावित होती है’
इसके लिए शोधकर्ताओं ने 16 स्वस्थ महिलाओं और पुरुषों को अध्ययन में शामिल किया. इस दौरान कम नींद लेने वालों के शरीर में इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता में कमी देखी गई.
विशेषज्ञों का कहना है कि खास कर बुजुर्ग महिलाएं और लेट नाईट काम करने वाले युवाओं को इस प्रकार की समस्या होने के असार ज्यादा हैं. इससे बचने के लिए निर्धारित समय पर सो कर फिर से जल्दी जागना ठीक होगा.