विवि में अस्थायी कर्मियों ने फूंका आंदोलन का बिगुल फोटो – कैंपस कैप्शन – विवि गेट का फोटो दे – विवि प्रशासन द्वारा आउटसोर्सिंग के जरिये की जा रही नियुक्ति पर जताया रोष- अस्थायी कर्मियों ने विवि प्रशासन को दिया 22 नवंबर तक का अल्टीमेटम – 23 नवंबर को विवि मुख्यालय पर होगा आंदोलन का शंखनाद, धरना पर बैठेंगे अस्थायी कर्मी प्रतिनिधि, मधेपुरा. भूपेंद्र नारायण मंडल विवि के अस्थायी कर्मियों ने विवि प्रशासन के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंक दिया हैं. इसका शंखनाद 23 नवंबर को होगा. हालांकि अस्थायी कर्मियों ने विवि प्रशासन को 22 नवंबर तक का अल्टीमेटम दिया है. लेकिन कर्मियों के मांगों पर विवि प्रशासन का सकारात्मक रूख नहीं होने से, यह आंदोलन होना लगभग तय है. हालांकि इस आंदोलन की गूंज दुर्गा पूजा से पहले ही विवि परिसर में सुनाई देने लगी थी. तब से कर्मियों का गुस्सा धीरे धीरे सुलग रहा था. इधर, शनिवार को विवि परिसर में विवि अस्थायी कर्मचारी संघ की बैठक आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता संघ के सचिव अखिलेश्वर नारायण ने की. बैठक के दौरान विवि में संविदा पर नियुक्त तृतीय और चतुर्थ वर्गीय 81 कर्मचारियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लेकर प्रस्ताव पारित किया. पारित प्रस्ताव की एक प्रति कुलपति को समर्पित कर मागों पर विचार कर इसे पूर्ति करने की मांग की गयी है. बैठक में संघ के पी यदुवंशी, हीरेंद्र मंडल, विवेकानंद, राजीव कुमार, राजेश कुमार, मो कलाम, विमल किशोर विमल, चंदेश्वरी प्रसाद यादव, कमल किशोर ठाकुर, सुरेंद्र कुमार, शशि प्रसाद यादव, संजीव कुमार रजक, अशोक कुमार केसरी, मुरलीधर यादव, महेंद्र कुमार यादव, मिथिलेश कुमार, रतन कुमार, ललन प्रसाद यादव, विनोद यादव सहित अन्य मौजूद थे. आउटसोर्सिंग पर बहाली का जताया विरोध बैठक में सभी कर्मी विवि में आउटसोर्सिंग के जरिये होने वाली नियुक्ति का विरोध जता रहे थे. प्रस्ताव लिया गया कि विवि के 68 पदों के विरूद्ध जारी विज्ञापन को निरस्त किया जाये. कर्मियों का कहना था कि अगर विवि प्रशासन को आउटसोर्सिंग पर बहाल ही करना है तो पहले 1992 से ही विवि को अपनी सेवाएं दे रहे कर्मियों का सामंजन किया जाये इसके बाद ही किसी तरह की बहाली की जाये. – स्थापना काल से सेवा दे रहे है अस्थायी कर्मी बैठक में विवि अस्थायी कर्मचारी संघ के सचिव अखिलेश्वर नारायण ने कहा कि विवि में 81 तृतीय और चतुर्थ वर्गीय अस्थायी कर्मी हैं. तृतीय वर्गीय कर्मचारियों को 9 नौ हजार 790 तथा चतुर्थ वर्गीय को 6 हजार 567 रूपये मानदेय दिया जाता है. यह कर्मी स्थापना काल अपनी सेवा दे रहे है. प्रस्ताव लिया गया कि पहले इन 81 कर्मियों की सेवा समाजन किया जाये.विवि में 68 पद का किया गया सृजन संघ के सचिव ने कहा कि विवि में 68 पद का सृजन किया गया था. इसके बाद 54 पद पीजी विभाग में सृजित किये गये. इसके अलावा 36 और पदों का भी सृजन हुआ. ये सभी पद सृजन को लेकर अधिसूचना भी जारी की गयी. अब आउटसोर्सिंग के जरिये कर्मियों की नियुक्ति की बात की जा रही है. वहीं बैठक में प्रस्ताव लिया गया कि पृथ्वीराज यदुवंशी को मारवाड़ी कॉलेज किशनगंज से विवि मुख्यालय में वापसी पर विचार हो.- विवि प्रशासन पर लगाया संवेदनहीन का आरोप बैठक में कहा गया कि तृतीय और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी बीस साल से काम कर रहे हैं. उनके परिवार हैं बाल बच्चे हैं. लेकिन यह विवि प्रशासन संवेदनहीन है. कर्मचारी प्रशासनिक पदाधिकारी पर बिफरे हुए थे. — इससे पहले भी हुआ था आंदोलन –विवि में अस्थायी कर्मचारियों ने इससे पहले भी आंदोलन किया था. लेकिन अब कर्मचारी संघ आरपार की लड़ाई की मूड में हैं. उनका कहना है कि हर हाल में विवि प्रशासन को पहले इन 81 अस्थायी कर्मियों का विवि मुख्यालय में ही सामंजन करना होगा इसके बाद ही कोई बातचीत की जायेगी. इस मैटर को बॉक्स में दे कर्मियों ने पदाधिकारी पर लगाया दलाली का आरोप बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि विवि अधिनियम व परिनियम के अनुसार किसी भी पदाधिकारी का प्रतिनियोजन 03 वर्षों या 05 वर्षों के लिए होता है तो किस परिस्थिति में विवि में वर्षों से विभिन्न पदों को सुशोभित कर रहे पदाधिकारी के प्रतिनियोजन को निरस्त नहीं किया गया है. इन्हें 15 वर्षों से परिसंपदा पदाधिकारी, क्रीड़ा पदाधिकारी, कॉलेज इंस्पेक्टर के पद पर दलाली करने की छूट दे दी गयी है. इन सभी पदाधिकारियों को इनके पैतृक महाविद्यालय वापस करने की मांग कर्मियों ने रखी.
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विवि में अस्थायी कर्मियों ने फूंका आंदोलन का बिगुल
विवि में अस्थायी कर्मियों ने फूंका आंदोलन का बिगुल फोटो – कैंपस कैप्शन – विवि गेट का फोटो दे – विवि प्रशासन द्वारा आउटसोर्सिंग के जरिये की जा रही नियुक्ति पर जताया रोष- अस्थायी कर्मियों ने विवि प्रशासन को दिया 22 नवंबर तक का अल्टीमेटम – 23 नवंबर को विवि मुख्यालय पर होगा आंदोलन का […]
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