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छठ घाटों में गंदगी को लेकर व्रती परेशान

छठ घाटों में गंदगी को लेकर व्रती परेशान तसवीर-1-छठ घाट का नजारातसवीर-प्रतिक्रिया देने वालों की तसवीर, कैसे होगी भगवान भास्कर की अाराधनानीमाचांदपुरा. लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर लोगों में चहल-पहल शुरू हो गयी है. छठव्रती पूजा की तैयारी में जुट गये हैं. बाजारों में भी व्यवसायियों के द्वारा छठपूजा के लिए प्रयोग में […]

छठ घाटों में गंदगी को लेकर व्रती परेशान तसवीर-1-छठ घाट का नजारातसवीर-प्रतिक्रिया देने वालों की तसवीर, कैसे होगी भगवान भास्कर की अाराधनानीमाचांदपुरा. लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर लोगों में चहल-पहल शुरू हो गयी है. छठव्रती पूजा की तैयारी में जुट गये हैं. बाजारों में भी व्यवसायियों के द्वारा छठपूजा के लिए प्रयोग में आनेवाले सामान का स्टॉक किया जा रहा है. छठ के लिए सबसे प्रमुख बांस के बने सूप की खरीदारी इन दिनों जोरों पर है. गांव हो या शहर हर जगहों पर लोग पूजा के लिए सूप व डलिया खरीद कर घर ले जा रहे हैं. वहीं बाजारों में छठपूजा के दौरान सबसे अधिक मात्रा में बिकनेवाली नारियल का स्टॉक किया जा रहा है. बाजारों में कई जगहों पर उसकी बिक्री भी शुरू हो गयी है. छठपूजा को लेकर बाजारों में भले ही चहल-पहल बढ़ गयी हो लेकिन अब तक अधिकतर घाटों, तालाबों में साफ-सफाई का काम शुरू नहीं हो पाया है. नतीजा है कि भगवान भास्कर की पूजा कर अर्घ समर्पित करने के लिए छठव्रती चिंतित हैं कि गंदगी के बीच वे कैसे पूजा कर पायेंगे. जिले के विभिन्न भागों में जिन घाटों पर व्रती भगवान भास्कर को अर्घ समर्पित करते हैं, वहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है. इसको लेकर कई प्रखंडों में संबंधित प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया जा रहा है लेकिन इस दिशा में सकारात्मक पहल नहीं होने से लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. इसी कड़ी में जिले के सदर प्रखंड के अझौर पुल घाट सहित अन्य घाटों पर लगभग हजारों लोग इस मौके पर जुटते हैं. इन घाटों पर गंदगी को हटाने के लिए अब तक कोई पहल नहीं की जा रही है. क्या कहते हैं लोग लोक आस्था का महत्वपूर्ण पर्व छठ है. इस मौके पर विभिन्न घाटों में लोगों का जनसैलाब उमड़ता है. इसके मद्देनजर घाटों की बेहतर सफाई, प्रकाश व सुरक्षा की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए ताकि आनेवाले छठव्रती एवं श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े.गौतम कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता, अझौरछठ जैसे महापर्व को लेकर साफ-सफाई में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए. इसके लिए प्रखंड प्रशासन के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों को भी आगे आना चाहिए. अब तक सफाई को लेकर किसी प्रकार की सुगबुगाहट चिंता का विषय है. जितेंद्र कुमार, छात्र नेता, अझौरछठव्रतियों को किसी प्रकार की परेशानी घाटों पर नहीं हो, इसकी मुकम्मल व्यवस्था समय रहते प्रशासनिक रूप से हो जाना चाहिए. यह लोक आस्था का पर्व है. चार दिनों तक काफी नियम व निष्ठा इस पर्व के दौरान बरते जाते हैं. प्रशासन के साथ-साथ स्वयंसेवी संगठनों को भी इसमें बढ़-चढ़ कर आगे आना चाहिए.मृत्युंजय कुमार मिश्र, समाजसेवी अझौरयह पर्व हिंदुओं का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है. इसलिए प्रशासन, जनप्रतिनिधियों एवं स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से घाटों की सफाई अभियान चलाना चाहिए. छठ घाटों पर नाव, रोशनी व चौकीदार की व्यवस्था होनी चाहिए. शंकर साह, अझौरछठ में घाटों की सफाई व अन्य कार्य सीओ के अंदर है. छठ का समय नजदीक आ गया है. इस दिशा में मैं भी अपने स्तर से पहल करता हूं ताकि समय रहते छठ घाटों की साफ-सफाई का कार्य पूरा हो सके. रविशंकर कुमार, बीडीओबेगूसराय सदर प्रखंड

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