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युवाओं का कौशल विकास जरूरी : यशवंत
हजारीबाग : पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशंवत सिन्हा ने कहा कि भारत बनाओ और भारत में बनाओ से ही मेक इन इंडिया का उद्देश्य सफल होगा. सकल घरेलू उत्पाद में कृषि का योगदान प्रत्येक वर्ष घटता जा रहा है. जबकि 55 से 60 प्रतिशत की आबादी कृषि पर निर्भर है. यह एक बड़ी समस्या है. […]
हजारीबाग : पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशंवत सिन्हा ने कहा कि भारत बनाओ और भारत में बनाओ से ही मेक इन इंडिया का उद्देश्य सफल होगा. सकल घरेलू उत्पाद में कृषि का योगदान प्रत्येक वर्ष घटता जा रहा है. जबकि 55 से 60 प्रतिशत की आबादी कृषि पर निर्भर है. यह एक बड़ी समस्या है.
इसका समाधान नहीं होने से भविष्य में स्थिति भयंकर होगी. भारत में युवाओं की बड़ी फौज है. इन्हें रोजगार मुहैया कराना भी एक चुनौती है. इन युवाओं का कौशल विकास कर औद्योगिक उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है. इसके लिए इनोवेट इन इंडिया एवं तकनीकी विकास पर काम करना जरूरी है. भारत के अंदर जो मांग है, उसे भारत में पूर्ति करने के लिए उत्पादन करें.
उन्होंने कहा कि भारत भारतीयों द्वारा बनेगा, भारत किसानों द्वारा बनेगा और भारतीयों द्वारा कमाया गया लाभ से ही भारत में पूंजी लगेगी. सेमिनार से जो निष्कर्ष निकलेगा उससे मेक इन इंडिया को लाभ मिलेगा.
टेक्नोलॉजी पर शोध जरूरी : एसएस मीणा
राज्यपाल के प्रधान सचिव सुरेद्र सिंह मीणा ने कहा कि मेक इन इंडिया को साकार करना है, तो कुछ करने की जरूरत है. उत्पाद में गुणवत्ता होनी चाहिए. वर्तमान समय में टेक्नोलॉजी दो माह में पुरानी हो जाती है. इस पर शोध कर्ताओं का ध्यान जाना चाहिए. हमारे देश में युवाओं की संख्या में ज्यादा है. इन्हें रोजगार देने की चुनौतियां भी हैं. मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाने के लिए विवि का अहम स्थान है. विवि और उद्योगपतियों में सामंजस्य नहीं है.
सिर्फ सम्मेलन करने से मेक इन इंडिया का उद्देश्य पूरा नहीं होगा. इसके लिए बिंदु चिह्नित कर काम करने की जरूरत है. झारखंड में मेक इन इंडिया के लिए परिस्थिति अनुकूल है. यहां बिंदुओं को चिह्नित कर काम करने जरूरत है.
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