मुंगेर : जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद सदर अस्पताल के विभिन्न वार्डों में न तो चिकित्सकों का ड्यूटी रोस्टर लगाया जा रहा है और न ही दवा उपलब्धता की विवरणी ही सार्वजनिक किया जा रहा.
जिसके कारण अस्पताल की चिकित्सकीय सेवा पुराने ढर्रे पर ही रेंग रही है. जबकि जिलाधिकारी ने अपने निरीक्षण के दौरान इन व्यवस्थाओं को हर हाल में 1 नवंबर से दुरुस्त करने के आदेश दिये थे. सदर अस्पताल प्रबंधन पर अब जिले के आलाकमान के आदेश का भी असर नहीं पड़ रहा. एक सप्ताह पूर्व ही जिलाधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था. इस दौरान उन्होंने अस्पताल में कई खामियां पायी थी.
जिसमें मुख्य रूप से चिकित्सकों के ड्यूटी रोस्टर व दवा के उपलब्धता की विवरणी को प्रतिदिन अप टू डेट रखने का निर्देश दिया गया था. साथ ही यह भी निर्देश दिया गया था कि प्रतिदिन विभिन्न वार्डों में चिकित्सकों का ड्यूटी रोस्टर व दवा की उपलब्धता की विवरणी को प्रकाशित किया जाय. जिसकी एक-एक कॉपी जिलाधिकारी के गोपनीय शाखा को भी उपलब्ध कराया जाय. किंतु जिलाधिकारी के निर्देशों का अस्पताल के पदाधिकारियों पर शायद कोई असर नहीं पड़ा.
जिसके कारण अबतक अस्पताल में इसका पालन नहीं प्रारंभ हुआ है. मालूम हो कि जिलाधिकारी के निर्देश देते समय अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा ने हामी भरते हुए 1 नवंबर से निर्देश के पालन का वायदा भी किया था.
लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. नहीं बदला गया डिसप्ले बोर्डअस्पताल परिसर में काफी पहले चिकित्सकों का डिसप्ले बोर्ड लगाया गया है. जिसमें कई पुराने चिकित्सकों का विवरण है. निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने उसे भी बदलने का निर्देश दिया था. किंतु डिसप्ले बोर्ड जस का तस पड़ा हुआ है.
जिसके कारण अस्पताल पहुंचने वाले मरीज व उनके परिजन पुराने डिसप्ले बोर्ड से काफी भ्रमित हो रहे हैं.कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षकअस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि इमरजेंसी वार्ड में जिस तरह पहले दवा की विवरणी व चिकित्सकों का ड्यूटी रोस्टर डिसप्ले होता था उसी प्रकार अभी भी हो रहा है. प्रसव केंद्र के लिए भी रोस्टर तैयार कर लिया गया है.