मुजफ्फरपुर : अहियापुर थाना के जीरो माइल चौक पर देवर ने अपनी ही भाभी की अस्मत लूटने की साजिश की. जब भाभी ने छेड़छाड़ का विरोध किया तब देवर ने सरेआम उसकी पिटाई कर दी. मानवता को शर्मसार कर रही इस घटना का चौक पर उपस्थित लोग विरोध करने के बजाय मूकदर्शक बने रहे. छोटी बहन की हिम्मत से देवर के चंगुल से आजाद हुई भाभी ने अहियापुर थाना पहुंच न्याय की गुहार लगायी है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
ऐसे दिया घटना को अंजाम
एक निजी फाइनेंस कंपनी में काम करनेवाली निशा सिंह की शादी मोतीपुर के संजय सिंह से हुई थी. संजय पांच वर्ष पूर्व काम-धाम के सिलसिले में शिलांग गया. लेकिन न तो वापस आया और न ही निशा से कोई संवाद ही किया. इसके बाद निशा अपने मायके जीरो माइल आ कर रहने लगी और एक निजी फाइनेंस कंपनी में काम करने लगी. मंगलवार की शाम करीब छह बजे निशा का देवर धनंजय सिंह उसे फोन कर जीरो माइल चौक पर बुलाया. निशा अपनी छोटी बहन के साथ वहां पहुंची. धनंजय अपने कुछ मित्रों के साथ वहां के एक शराब दुकान के बगल के होटल में शराब पी रहा था. जैसे ही निशा वहां पहुंची धनंजय ने पहले उसकी छोटी बहन के साथ छेड़छाड़ शुरू की. निशा ने इसका विरोध किया तो उसके साथ भी छेड़छाड़ करते हुए उसका हाथ पकड़ लिया. इसके बाद उसको घसीटते हुए अंदर होटल के कमरे में ले जाने लगा. रेखा ने जब इसका विरोध किया तो सरेआम उसकी पिटाई शुरू कर दी.
पुलिस से लगायी न्याय की गुहार
अहियापुर थाना पर पहुंच कर निशा ने धनंजय पर कार्रवाई की मांग की. थाना पर उपस्थित अवर निरीक्षक सुदर्शन राम ने उससे पूरी घटना की जानकारी ली. इसके बाद निशा ने पुलिस को इस घटना का लिखित आवेदन दिया.
छोटी बहन की हिम्मत से बची अस्मत
निशा को जब धनंजय बेरहमी से पीट रहा था तो वहां उपस्थित लोग मूकदर्शक बने रहे. उसकी छोटी बहन ने हिम्मत कर विरोध किया. इसके बाद निशा को मौका मिला वह उसके चंगुल से निकल कर सीधे थाना पहुची.