मधेपुरा : बाबा सिंहेश्वर नाथ के पावन धरती पर रविवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन हुआ. यहां प्रधानमंत्री ने बाबा सिंहेश्वर नाथ के प्रति मैथिली में श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इस दौरान पीएम की सुरक्षा व्यवस्था अचूक रही. पीएम की सभा को लेकर रेलवे स्टेशन से लेकर बस स्टैंड तक चप्पे चप्पे पर पुलिस बल को लगाया गया था.
वहीं सहरसा से लेकर बुधमा स्टेशन तक जीआरपी एवं आरपीएफ की टीम चौकसी बरत रही थी. मधेपुरा स्टेशन पर इंस्पेक्टर बीएस पांडे के नेतृत्व में करीब डेढ़ सौ पुलिस पदाधिकारी व जवान सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले हुए थे. शनिवार से ही मधेपुरा स्टेशन पर रुकने वाली हर ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों की गहन जांच की जा रही थी. इस दौरान समस्तीपुर आरपीएफ मंडल कार्यालय से पहुंची श्वान दस्ता टीम में शामिल हीरो यात्रियों के समानों की जांच कर रही थी.
इस दौरान कटिहार रेल के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. वहीं प्रत्येक ट्रेन पर जीआरपी एवं आरपीएफ की टीम स्कॉट कर रही थी. इस दौरान रेलवे स्टेशन को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. वहीं बस स्टैंड सहित शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर पुलिस की पैनी नजर थी. बस स्टैंड पर राहगीरों की जांच की गयी. शहर में प्रवेश करने वाले छोटे वाहनों की पुलिस जांच कर रही थी. –
सभास्थल पर सुरक्षा रही चाक-चौबंदसभा स्थल पर सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था देखी गयी. इस दौरान प्रत्येक प्रवेश गेट पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल को तैनात किया गया था. सभा स्थल पर हर एक व्यक्ति की जांच मेटल डिटेक्टर से की जा रही थी. सभा स्थल पर एसपीजी टीम ने सुरक्षा व्यवस्था का कमान संभाल लिया था.
शहर में गश्त करती रही पुलिस प्रधानमंत्री के आगमन से लेकर प्रस्थान तक शहर में पुलिस गश्त करती रही. इस दौरान जिला मुख्यालय सहित आस-पास के क्षेत्र में प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी गश्त कर रहे थे. वहीं गश्ती के दौरान आने जाने वाले वाहन से हरेक व्यक्ति पर पुलिस की पैनी नजर बनी रही.
गेट नंबर पांच पर रोक दी गयी भाजपा प्रत्याशी की गाड़ी वीवीआइपी को सभास्थल तक पहुंचने में हुई परेशानी सभा स्थल पर पहुंचने के लिए वीवीआइपी के अलग प्रवेश द्वारा बनाया गया था. इनके परेशानी का एक कारण यह रहा कि वीवीआइपी के वैकल्पिक मार्ग के तौर पर सिंहेश्वर मधेपुरा मुख्य मार्ग पर झिटकिया गांव से जाने वाली रास्ते से अलग प्रवेश द्वार बनाया गया था.
लेकिन इस जानकारी के अभाव में वीवीआइपी भी सबैला से मेडिकल कॉलेज के रास्ते से सभा स्थल तक पहुंचे. लेकिन गेट नंबर पांच पर उन्हें रोक दिया गया. जिसका खामियाजा सिंहेश्वर से हम के प्रत्याशी एवं मधेपुरा से भाजपा के प्रत्याशी को भुगतना पड़ा. इन दोनों को गेट नंबर पांच पर यह कह कर रोक दिया गया कि वाहन अंदर प्रवेश नहीं दिया जायेगा.
इसके बाद मधेपुर प्रत्याशी वाहन लेकर बैरंग लौट गये. पुन: उन्हें वीवीआइपी गेट से जाना पड़ा. वहीं सिंहेश्वर की हम प्रत्याशी ने उसी जगह वाहन पार्क कर पैदल सभा स्थल तक गयी. — इनसेट —फोटो- पीएम 107 एवं 108कैप्शन- उत्साहित भीड़ के द्वारा टूटी कुरसी एवं बैरेकेडिंग तोड़ कर वीआइपी एरिया में घुसे लोग टूटी कुरसी व टूटा बैरेकेडिंग सेना के हेलीकॉप्टर से जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र का मधेपुरा की धरती पर आगमन हुआ, उत्साहित भीड़ ने बैरेकेडिंग को तोड़ दिया.
इस दौरान भीड़ वीआइपी एरिया में प्रवेश कर दी गयी और वहां कुरसी को तोड़ना शुरू कर दिया. हालांकि प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी ने हालात को तुरंत नियंत्रण में लिया और उत्साहित भीड़ को नियंत्रण में कर लिया.इस घटना को छोड़ कर पीएम की सभा में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही.अधिकारियों ने ली राहत की सांस फोटो- पीएम 109कैप्शन- पीएम की सभा समाप्त होने के बाद प्रसन्न मुद्रा में सदर एसडीएम पीएम की सभा समाप्त होने के करीब तीन घंटे बाद तक दंडाधिकारी के साथ-साथ पुलिस पदाधिकारी के पसीने छूटते रही. पीएम का भाषण जैसे ही समाप्त हुआ,
भीड़ अचानक वापस घर की और मूव कर गयी. देखते ही देखते सभा स्थल पर की गयी बैरेकेडिंग को अनियंत्रित भीड़ ने तोड़ दिया. हालांकि सभा स्थल से भीड़ छंटने के बाद जिले के तमाम पदाधिकारियों ने राहत की सांस ली. पीएम के होर्डिंग को उठा कर ले गयी भीड़ फोटो- पीएम 110 कैप्शन- पीएम को उठा कर ले जाती भीड़ सभा समाप्त होते ही भीड़ पर किसी का नियंत्रण नहीं रहा. भीड़ ने इसका जम कर फायदा उठाया. सभा स्थल पर पीएम नरेंद्र मोदी की होर्डिंग को भीड़ उठा कर अपने साथ ले गयी.
वहीं सभा स्थल पर लगाये गये अन्य होर्डिंग को भीड़ तोड़ फोड़ दिया. इस दौरान सभा स्थल की सुरक्षा व्यवस्था संभाल रही पुलिस मुक दर्शक बनी रही. समर्थकों का अलग अलग अंदाज फोटो- पीएम 111कैप्शन- पीएम के बड़े होर्डिंग के साथ धबौली गांव से पांव पैदल पहुंची युवाओं की टोली पीएम की सभा में समर्थकों को अलग अलग अंदाज देखा गया.
कोई पूरे शरीर को केसरिया रंग से रंग लिया था तो कोई सर पर कमल का फुल बना लिया. वहीं सहरसा जिले के धबौली गांव से पहुंची युवाओं की टीली का अनोखा अंदाज देखा गया. पीएम के समर्थन में युवाओं की टोली पीएम को होर्डिंग लेकर धबौली से पांव पैदल सभा स्थल तक पहुंचे. — इनसेट —पीएम की सभा में लोगों ने किया पानी पानी मधेपुरा 112कैप्शन- पीएम की सभा में चापाकल से पानी पीते युवा समर्थक पूर्व निर्धारित समय के अनुसार सभा स्थल पर सुबह नौ बजे से पीएम को सुनने वालों की भीड़ उमड़ने लगी.
इस दौरान सभा स्थल पर न तो जिला प्रशासन न ही भाजपा के द्वारा पीने के पानी की व्यवस्था की गयी. इसके कारण सभा स्थल पर पीएम के आगमन से लेकर प्रस्थान तक पानी के त्राहीमान मच गया. इस दौरान लोगों की भीड़ मोदी मोदी के बदले पानी पानी कर रही थी.
नि:शक्त निलेश, राम लाल व सत्यजीत ने पूरी कर ली हसरत प्रधानमंत्री को देखने के लिए इन तीनों ने चलायी डेढ़ सौ किलोमीटर तक ट्राय साइकिल फोटो- 113,114,115कैप्शन- जिले के दूर दराज इलाके से पीएम को सुनने व देखने पहुंचे तीन युवक सभा स्थल पर पहुंचे तीन विकलांग युवक ने करीब डेढ़ सौ किलोमीटर ट्राय साइकिल चला कर प्रधानमंत्री को देखने का हसरत पुरा कर लिया.यह सुनने में जरूर आश्चर्यजनक लगेगा,
लेकिन पीएम को एक बार देखने व सुनने के जुनून में आलमनगर श्रीपुर से नीलेश रंजन, उदाकिशुनगंज मधुबन से राम लाल एवं चौसा के सत्यजीत भारती ने यह कमाल कर दिखाया. पीएम की सभा में पहुंचने के लिए इन तीनों को करीब एक से डेढ़ सौ किलोमीटर तक ट्राय साइकिल चलाना पड़ा. इसके बाद इन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पेट के बल पीएम को नजदीक से देखने के लिए वीआइपी एरिया में प्रवेश कर गया.
इनसेट —घंटों लगा रहा सिंहेश्वर मधेपुरा मुख्य मार्ग पर जाम पीएम सभा समाप्त होने के बाद सिंहेश्वर मधेपुरा मुख्य मार्ग पर लगा जाम सुबह आठ बजे से सिंहेश्वर मधेपुरा मुख्य मार्ग पर लोगों का हुजूम उमड़ने लगा था. दिन के करीब दस बजे सिंहेश्वर मधेपुरा की सड़कों पर पैदल चल रहे लोगों की भी भीड़ होने के कारण परेशानी होनी लगी.
लेकिन सभा शुरू होते ही सड़क सुना हो गया और भीड़ सभा स्थल पर एकत्रित हो गयी. दिन के करीब दो बजे जैसे ही प्रधानमंत्री की सभा संपन्न हुई, लोगों की भीड़ वहां से निकलने लगी.
भीड़ जैसे ही आगे बढ़ी, मुख्य सड़क पर जाम लग गया. यह जाम शाम के करीब पांच बजे तक रही. इस दौरान सभा स्थल से सिंहेश्वर या मधेपुरा जाने में लोगों को घंटो का समय लग रहा था.