झारखंड-ओड़िशा पुलिस मिल कर करेगी काम
रांची : जमशेदपुर के गुड़ाबंदा इलाके में कई सालों से जारी पन्ना पत्थर की तस्करी को रोकने के लिए झारखंड और ओड़िशा की पुलिस संयुक्त कार्रवाई करेगी. दो दिन पहले रांची में हुई दोनों राज्यों के डीजीपी की बैठक में इस पर सहमति बनी है.
बैठक में यह पाया गया कि इस अवैध कारोबार से नक्सलियों को भी अच्छी रकम मिलती है. जिस जगह से पत्थर का उत्खनन होता है, वह नक्सल प्रभावित इलाका है. इस कारण पुलिस भी उस इलाके में कम ही जाती है. नक्सलियों की आय को रोकने के लिए इस अवैध कारोबार को रोकना जरूरी है.
उल्लेखनीय है कि ओड़िशा के कुछ इलाकों से भी पन्ना पत्थर का अवैध उत्खनन होता है. पुलिस अफसरों की बैठक में चर्चा के दौरान ओड़िशा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि पन्ना पत्थर के कई कारोबारी मयूरभंज इलाके के होटलों में आकर रुकते हैं. वहीं से कारोबार संचालित करते हैं, पर जरूरी सूचनाएं उपलब्ध नहीं रहने की वजह से कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पाती.
स्पेशल ब्रांच ने दी थी रिपोर्ट
गुड़ाबंदा इलाके में पन्ना पत्थर के अवैध उत्खनन पर करीब डेढ़ साल पहले स्पेशल ब्रांच ने सरकार को एक रिपोर्ट भेजी थी. जिसके बाद भी पन्ना तस्करी से जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई. रिपोर्ट में कहा गया था कि अवैध कारोबार से नक्सलियों को लेवी मिलती है, साथ ही इसके व्यापारियों को कई बार पुलिस का भी संरक्षण मिलता है.