नयी दिल्ली : उद्योग जगत व देश में अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाले इन्फोसिस संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति ने एक न्यूज चैनल के परिचर्चा में कहा है कि आज भारत के अल्पसंख्यकों में काफी भय है. उन्होंने कहा है कि समाज में असहनशीलता बढी है. नारायणमूर्ति ने कहा है कि देशकी आर्थिक तरक्की के लिए यह जरूरी है कि उनके अंदर विश्वास बहाली हो.
नारायणमूर्ति ने एनडीटीवी डायलॉग कार्यक्रम में कहा है कि उन्हें राजनीति में कोई रुचि नहीं है आैर वे इस पर टिप्पणी भी नहीं करना चाहते, लेकिन आज अल्पसंख्यकों में, एक क्षेत्र के लोग जो दूसरे क्षेत्र में रहते हैं, उनके अंदर चिंताजनक भय है. उन्होंने इस स्थिति की तुलना 1967 में मुंबई में शिवसेना द्वारा दक्षिण भारतीयों से किये जाने वाले दुर्व्यवहार से की.
एनआर नारयणमूर्ति ने कहा कि मौजूदा सरकार या किसी भी सरकार के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह लोगोंमें विश्वास बहाल करे. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को यह अहसास कराना जरूरी है किमैं भारतीय हूं,मेरे सारे अधिकार यहां हैं, यह हमारा देश है और मैं यहां बहुत सुरक्षित हूं और भारत की तरक्की के लिए काम कर सकता हूं.
नारायणमूर्ति ने कहा कि मैंने बहुत सारी किताबें, लेख व इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री का अध्ययन किया है, मुझे ऐसा कोई उदाहरण नहीं दिखा जब पिछले 300 साल में किसी देश ने लोगों के बीच विश्वास की कमी होने पर, अल्पसंख्यकों में असुरक्षा का भाव होने पर तरक्की की हो. उन्होंने कहा कि विकास को रफ्तार देने के लिए यह पहली आवश्यक शर्त है और अगर ऐसा होगा तो हम अपनी समस्याओं का समाधान करने में कामयाब होंगे. उन्होंने प्रस्तोता के एक सवाल के जवाब में कहा कि उनके लिए यूपीए या एनडीए मायने नहीं रखता, कलबुर्गी का उदाहरण सामने हैं. इस परिचर्चा में शामिल केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन मुद्दों पर वक्तव्य दिया है और सबों की सुरक्षा का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए संकल्पित है.