बक्सर : असमय अायी बारिश ने किसानों के चेहरे पर मायूसी ला दी है. किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें दिखायी देने लगी हैं. जिन किसानों की फसलें पक चुकी हैं, वो अब कटनी शुरू करने के मूड में आ गये थे,
लेकिन बारिश होने से वे अब कुछ समय के लिए विराम लगा दिये. वहीं, इस बारिश से ठंड का अहशाह लोग करने लगे हैं और लोग सड़कों पर ऊनी वस्त्र धारण किये हुए दिखने लगे हैं. कृषि विज्ञान केंद्र,
लालगंज बक्सर में स्वचलित मौसम केंद्र के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को स्वाति नक्षत्र में असमय मौसम में बदलाव देखा, जिसमें 8. 00 बजे सुबह वातावरण का अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 21़ 7 डिग्री सेल्सियस पाया गया एवं दोपहर दो बजे अधिकतम 24़ 2 डिग्री सेल्सियस एवं न्यतम तापमान 23़ 4 डिग्री सेल्सियस पाया गया.
हवा की गति सुबह नौ बजे अधिकतम तापमान 14़ 4 किलोमीटर प्रति घंटा एवं 8़ 30 बजे 13़ 0 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से थी. कुल वर्षा 4़ 00 मिलीमीटर पढ़ी गयी. मौसम में अचानक बदलाव एवं असमय वर्षा का प्रभाव खेती एवं पशुपालन पर पड़ा. हवा की तेज गति से सबसे अधिक नुकसान राजेंद्र कस्तूरी, सोनाचूर, सहभागी की फसल गिरने से क्षति हुई. जिले के किसानों के सूचनानुसार धान की पकी फसल 3-5 प्रतिशत, बाजरा की 2-4 प्रतिशत फसलों के गिरने से क्षति हुई है.