गया: बोधगया प्रखंड के नामा गांव निवासी जहेंद्र मांझी की तीन वर्षीय बेटी खुशी कुमारी की बुधवार को मौत हो गयी. खुशी जेइ (जापानी इनसेफ्लाइटिस) से पीड़ित थी. इस प्रकार जेइ से मरनेवाले बच्चों में खुशी का नाम भी आठवें नंबर पर जुड़ गया. वह मगध मेडिकल अस्पताल के इनसेफ्लाइटिस वार्ड में भरती थी.
मंगलवार को आयी जांच रिपोर्ट में खुशी के जेइ पीड़ित होने की पुष्टि की गयी थी. खुशी की मौत के बाद इनसेफ्लाइटिस वार्ड में चीख-पुकार मच गयी. उसके माता-पिता दहाड़ मार कर रोने लगे. खुशी के मौत की खबर नामा गांव स्थित घर पहुंची, तो वहां मातम पसर गया.
इधर, इनसेफ्लाइटिस के दो नये संदिग्ध मरीज अस्पताल में भरती किये गये हैं. अस्पताल अधीक्षक डॉ सुधीर कुमार सिन्हा ने बताया कि गत 12 अगस्त से अब तक अस्पताल में भरती (पंजीकृत) 114 में से 31 मरीजों में जेइ से पीड़ित होने की पुष्टि हो चुकी है. इनमें आठ जेइ पीड़ित समेत कुल 21 बच्चों की मौत हो चुकी है.
इसमें टायफाइड के एक व सेरिब्रल मलेरिया के दो मरीज हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में दो नये संदिग्ध बच्चे अस्पताल में भरती किये गये. जांच के बाद ही इनके बारे में कुछ बताया जा सकता है.