बोधगया: मगध विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में पीएचडी कोर्स वर्क में नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. बुधवार को कई छात्र-छात्राओं ने अपने प्रमाणपत्रों की जांच कराने के बाद नामांकन लिया. शिक्षा विभाग के डीन डॉ इसराइल खां ने बताया कि प्री-पीएचडी की परीक्षा पास करने के बाद आयोजित साक्षात्कार में सफल छात्र-छात्राओं का कोर्स वर्क के लिए नामांकन लिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पीएचडी कोर्स वर्क के तहत छात्र-छात्राओं को छह महीने तक क्लास करना होता है और इसके बाद परीक्षा देनी होती है. यूजीसी के निर्देश के अनुसार, पीएचडी करनेवाले सभी स्टूडेंट्स को कोर्स वर्क करना अनिवार्य है.
इसके बाद किसी शिक्षक के निर्देशन में शोध करना होता है व उसके बाद उन्हें पीएचडी की उपाधि से नवाजा जाता है. डॉ खां ने बताया कि शिक्षा विभाग में अब तक 52 छात्र-छात्राओं ने नामांकन के लिए आवेदन किया है. सभी का नामांकन होने के बाद उनका क्लास शुरू कराया जायेगा.
दूसरे विश्वविद्यालय के शिक्षक के निर्देशन में होगा शोध
यह महज संयोग ही कहा जा सकता है कि मगध विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में पीएचडी के लिए कोर्स वर्क करनेवाले छात्र-छात्राओं को शोध करने के लिए दूसरे विश्वविद्यालय के शिक्षकों के निर्देशन में शोध करना होगा. शिक्षा विभाग के डीन डॉ खां ने बताया कि एमयू के शिक्षा विभाग व कॉलेजों में नियमित शिक्षक नहीं हैं. कोर्स वर्क करनेवाले छात्र-छात्राओं को पढ़ाई तो अनुबंध पर बहाल शिक्षकों के माध्यम से कराया जा सकता है, लेकिन शोध कराने के लिए एमयू मुख्यालय व कॉलेजों में शिक्षकों का अभाव है. इस कारण एमयू के शिक्षा विभाग से कोर्स वर्क का क्लास करनेवाले छात्र-छात्राओं को किसी दूसरे विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के नियमित शिक्षक के निर्देशन में शोध करना होगा व शोधपत्र तैयार करना होगा. इसके बावजूद सुविधा को देखते हुए छात्र-छात्राएं कोर्स वर्क करने के लिए एमयू में ही नामांकन करा रहे हैं व कोर्स पूरा होने के बाद अपनी-अपनी सुविधा के हिसाब से निर्देशक की तलाश करेंगे.