नीति आयोग ने बिहार के विकास मॉडल को सराहाप्रेसवार्ता में बोले पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय – हुनर, महादलित विकास मिशन व दशरथ मांझी कौशल विकास देश के लिए यूनिक – पूरे देश में तीनों योजनाओं का प्रचार व दोहराने की जरूरत- लालू सांप्रदायिक सद्भाव तो नीतीश कुमार विकास के मॉडल- गांवों की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने में लगी केंद्र सरकार – मनरेगा, सर्वशिक्षा अभियान, इंदिरा आवास के बजट में 80 फीसदी कटौती- पीएम नरेंद्र मोदी के जुमला से भाजपा को मिल रही बिहार में हार – नीतीश मॉडल में गरीब-अमीर व गांव-शहर सबकी गुंजाइश वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरपूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा, गरीबी दूर करने के लिए बिहार का मॉडल काफी बेहतर है. केंद्रीय सरकार की नीति आयोग ने बिहार के विकास मॉडल व योजनाओं की प्रशंसा की है. यह नीति आयोग पीएम नरेंद्र मोदी ने बनाया था. आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि बिहार में चल रहे हुनर कार्यक्रम, महादलित विकास मिशन व दशरथ मांझी कौशल विकास योजना पूरे देश के लिए यूनिक हैं. आयोग का कहना है कि पूरे देश में इसका प्रचार करने व दोहराने की जरूरत है. फिर पीएम नरेंद्र मोदी किस लिहाज से बाेल रहे हैं कि नीतीश-लालू पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग व अनुसूचित जाति के लोगों के आरक्षण का लाभ दूसरे धर्म वालों को देने की साजिश रच रहे हैं. बिहार के विकास मॉडल को नरेंद्र मोदी की नीति आयोग ही बेहतर बता रहा है. क्या अब नरेंद्र मोदी नीति आयोग को भंग कर देंगे? वे बुधवार को काजीमोहम्मदपुर स्थित द पार्क होटल में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, नरेंद्र मोदी सरकार ने गरीबी दूर करने की सभी योजनाओं को बंद कर दी. गांवों के विकास से जुड़े मनरेगा, सर्वशिक्षा अभियान, इंदिरा आवास, खाद्य सुरक्षा मिशन के बजट में 80 फीसदी बजट में कटौती कर दी गयी. महंगाई के मुद्दे पर फेल मोदी सरकार ने दाल को 200 रुपये करने का स्टीकर अपने चेहरे पर चिपका लिया है. ग्रामीण अर्थव्यवस्था को केंद्र सरकार ध्वस्त करने में लगी हुई है. बिहार में पूरे बहुमत से महागंठबंधन की सरकार बनेगी. बिहार को कभी विचारा, कभी बीमारू कहने वाले नरेंद्र मोदी से यहां के स्वाभिमानी मतदाताओं ने वोट से बदला लिया है. तीन चरणों का मतदान हो गया. लोगों का अपार समर्थन महागंठबंधन के पक्ष में मिला है. बाकी चुनाव में भी महागंठबंधन आगे रहेगा. नरेंद्र मोदी लोगों के बीच झूठ बोले जा रहे हैं. उनके पास बिहार को देने के लिए झूठ के सिवाय कुछ नहीं है. सूबे के लोग समझ गये हैं. नीतीश मॉडल में गरीब-अमीर और गांव-शहर सबकी गुंजाइश है. नीति आयोग ने गुजरात मॉडल नहीं बिहार के विकास मॉडल काे सराहा है. लालू सांपद्रायिक सद्भाव तो नीतीश कुमार विकास के मॉडल हैं. कांग्रेस ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर करने की दिशा में काम करती है. अमीरों को लाभ पहुंचाने के लिए भाजपा सही-गलत की पहचान भी भूल गयी है.
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नीति आयोग ने बिहार के विकास मॉडल को सराहा
नीति आयोग ने बिहार के विकास मॉडल को सराहाप्रेसवार्ता में बोले पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय – हुनर, महादलित विकास मिशन व दशरथ मांझी कौशल विकास देश के लिए यूनिक – पूरे देश में तीनों योजनाओं का प्रचार व दोहराने की जरूरत- लालू सांप्रदायिक सद्भाव तो नीतीश कुमार विकास के मॉडल- गांवों की अर्थव्यवस्था को […]
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