उत्सवी माहौल में मतदान कराने की तैयारियों पर सबकी नजर असामाजिक तत्वों की गतिविधियां व कमोबेश विभिन्न दलों के उम्मीदवारों की साठ-गांठ की चर्चा मतदाताओं में 1296 जातीय वर्चस्व एवं सांप्रदायिक तनाववाले चिह्नित भेद्य टोलों पर प्रशासन की नजर: डीएम 54 जिलाबदर व 49 दूसरे थाने में हाजिरी लगानेवाले अपराधियों के विरुद्ध हुई कार्रवाई को लेकर मतदाताओं में चर्चा संवाददाता, छपरा (सदर)10 विधानसभा क्षेत्रों में 28 अक्तूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को उत्सवी माहौल में कराने के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं. पुलिस प्रशासन मतदान के दिन गड़बड़ी फैलानेवाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध सीसीए की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई करने, दर्जन भर अपराधियों एवं नक्सली बंदियों को मंडल कारा, छपरा से बाहर भेजने, 4140 असामाजिक तत्वों को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 107 के तहत बांड डाउन कराने तथा 1296 भेद्य टोले, जहां जातीय वर्चस्व/सांप्रदायिक तनाव के कारण मतदाता वोट करने जाने से कतराते हैं, उन्हें चिह्नित कर वोटरों को बूथ पर पहुंचाने की विशेष व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा शस्त्रों का लाइसेंस रद्द करने, शस्त्रों को जमा कराने, शस्त्रों को जब्त करने, छह माह से ज्यादा या छह माह से कम दिनों के लंबित गैर जमानतीय वारंट के निष्पादन की कार्रवाई के अलावा बम निरोधक दस्ता, अश्वरोही बल के अलावा 118 केंद्रीय बल की कंपनियों को सभी मतदान केंद्रों पर तैनात कर माइक्रो ऑब्जर्वर, डिजिटल कैमरा, विडियो कैमरा एवं लाइव वेबकास्टिंग का उपयोग कर बेहतर ढंग से शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव का प्रयास किया गया. परंतु, ‘प्रशासन डाल-डाल, तो हम पात-पात’ मतदान के दौरान अपनी गतिविधियों को अंजाम देने वाले असामाजिक तत्व प्रशासन के भयमुक्त वातावरण में चुनाव कराने के प्रयासों को धता बताने के लिए प्रयासरत हैं. कमोबेश दिघवारा थाना क्षेत्र के युवक की तीन अलग-अलग बोरे में छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर अलग-अलग फेंकी गयी लाश ने निश्चित तौर पर जिले में विधि व्यवस्था पर काबू पाने के प्रशासन की दावे पर पानी फेर दिया है. इस घटना के बाद शीतलपुर में नाराज ग्रामीणों ने आगजनी व रोड जाम भी किया. नाराज लोगों में प्रशासन के द्वारा भयमुक्त वातावरण में मतदान कराने के दावे के विरुद्ध नाराजगी दिखी. आम लोगों का कहना था कि कहने के लिए प्रशासन ने सीसीए के तहत 54 असामाजिक तत्वों के विरुद्ध जिलाबदर तथा 49 के विरुद्ध प्रतिदिन दूसरे थाने में हाजिरी लगाने का आदेश दिया गया है. परंतु, लोगों में चर्चा है कि इनमें 85 फीसदी जिलाबदर किये गये असामाजिक तत्व प्रशासन के आदेश को नजरअंदाज कर अपने क्षेत्र में पैठ बनाये हुए हैं. ऐसी स्थिति में जिले के 1296 भेद्य टोलों के मतदाताओं में इन असामाजिक तत्वों की कारगुजारियों से भय है. अब देखना है कि प्रशासन इनके कारनामों पर चुनाव के दिन लगाम लगाने में कितना सफल हो पाता है. आम मतदाताओं का यह भी कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा जिलाबदर किये गये असामाजिक तत्वों में पूर्व या वर्तमान दर्जन भर पंचायतस्तरीय जनप्रतिनिधि भी हैं, जो अपना वर्चस्व अपने-अपने क्षेत्रों में बनाये हुए हैं. क्या कहते हैं एसपीसभी थानाध्यक्षों एवं वरीय पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि इन जिलाबदर किये गये असामाजिक तत्वों में कोई यदि दिखाई देता है, तो उनके विरुद्ध कार्रवाई करें. वहीं हाजिरी संबंधित थाने में प्रतिदिन नहीं लगानेवाले के विरुद्ध भी कार्रवाई का आदेश दिया जायेगा. सत्यवीर सिंह पुलिस अधीक्षक, सारण क्या कहते हैं डीएमशांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई का अनुपालन करने में कोई भी कोताही बरदाश्त नहीं की जायेगी. सभी 1296 जातीय वर्चस्व एवं सांप्रदायिक तनाव वाले भेद्य टोलों पर मतदान के दौरान प्रशासन की विशेष नजर है. मतदाता निर्भीक होकर मतदान करें. मतदान के दिन सिर्फ प्रशासन का चलेगा, असामाजिक तत्वों का नहीं. दीपक आनंदडीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी, सारण जिले में कुल निर्गत शस्त्र लाइसेंस की संख्या-5426कुल शस्त्र अनुज्ञप्तिायों का सत्यापन- 4512शस्त्रों को जमा करने की कार्रवाई- 2032शस्त्रों को रद्द करने की कार्रवाई-2731शस्त्रों को जब्त करने की कार्रवाई- 8छह माह से अधिक दिनों से लंबित एनबीडब्लू का निष्पादन-261छह माह से कम दिनों के लंबित एनबीडब्लू का निष्पादन 2679दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 107 के तहत बांड डाउन की कार्रवाई -4140सीसीए के तहत जिलाबदर की कार्रवाई- 54दूसरे थाने में सीसीए के तहत हाजिरी लगाने की कार्रवाई-59अपराधियों एवं नक्सली बंदियों को छपरा मंडल से हटाया गया-121296 भेद्य टोलों में मतदाताओं को प्रभावित करनेवाले संभावित व्यक्ति की चिह्नित एवं निरोधात्मक कार्रवाई-4590मढ़ौरा अनुमंडल मुख्यालय में बम निरोधक दस्ता व सोनपुर व दिघवारा के दियारा क्षेत्र में अश्वारोही दस्ताजिले के विभिन्न सीमा क्षेत्रों में विभिन्न जिलों की सीमाओं से लगे-35 स्थानों पर सीमा सील कर चेकिंग व नौका गश्ती की व्यवस्था 10 सुपर जोन, 32 सब सुपर जोन तथा 186 जोनों में बांट कर सुरक्षा की व्यवस्था (बॉक्स के लिए)2004 में छपरा संसदीय क्षेत्र का चुनाव हुआ था काउंटरमांडवर्ष 2004 में छपरा संसदीय क्षेत्र (वर्तमान में सारण संसदीय क्षेत्र) का पूरा मतदान भारत के निर्वाचन आयोग को काउंटरमांड करना पड़ा था. इसकी वजह उस लोकसभा चुनाव छपरा संसदीय के विभिन्न बूथों पर जम कर बूथ लूट, आर्म्स के उपयोग, मत पत्र लूटने व हिंसक घटनाएं थीं. उस समय इस संसदीय क्षेत्र में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद तथा भाजपा के राजीव प्रताप रूडी के बीच कांटे की लड़ाई थी. मतदान के दिन भारी विरोध व प्रदर्शन के बाद भी पूरे संसदीय क्षेत्र में आयोग ने दोबारा मतदान का निर्गत किया था, जो मतदाताओं में असामाजिक तत्वों की गतिविधियों को लेकर चर्चा का विषय रहता है.
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