मुजफ्फरपुर : दीपावली व छठ पर नगर की मलीन बस्तियां भी चमकेंगी. ‘स्पर’ (सपोर्ट प्रोग्राम फार अर्बन रीफॉर्म) कार्यक्रम के तहत संचालित एसएजी (स्वयं सहायता समूह) को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है. साफ-सफाई के लिए बस्तियों में अभियान चलाने के साथ ही मोहल्लेवासियों को भी जागरूक किया जायेगा, ताकि वे अपने मोहल्ले को खुद साफ-सुथरा रख सकें. खासकर महिलाओं व बच्चों को स्वच्छता का महत्व बताकर उन्हें सफाई के प्रति जागरूक करना है.
दुर्गा पूजा व मोहर्रम जैसे पर्व के दौरान भी नगर की सफाई भगवान भरोसे रही. मुख्य बाजार व वीआइपी कॉलोनियों की सफाई तो जैसे-तैसे हो गयी, लेकिन मलीन बस्तियों की ओर किसी की नजर नहीं पड़ी. उलटे इन मोहल्लों में और भी गंदगी बढ़ गयी है. अब पखवारे भर में दीपावली व उसके ठीक बाद छठ का पर्व है. इसको देखते हुए ‘स्पर’ ने मलीन बस्तियों में स्वच्छता अभियान चलाने के साथ ही लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया है. ‘स्पर’ के तहत गठित एसएजी के सदस्य एक-एक दिन मोहल्लों में स्वच्छता अभियान चलायेंगे. गलियां व नालों की सफाई के साथ ही वहां रहने वाले लोगों को भी सफाई के प्रति प्रेरित करेंगे. खासकर महिलाओं और बच्चों को इस अभियान से जोड़ने का प्रयास किया जायेगा.
217 समूहों में है 2400 सदस्य .
नगर की 105 मलीन बस्तियों में जीवन स्तर सुधारने के लिए ‘स्पर’ के तहत विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. मलीन बस्ती में रहने वाले लोगों को ही मिलाकर 217 स्वयं सहायता समूह बनाये गये हैं. इसमें करीब 2400 सदस्य हैं, जो मलीन बस्तियों के ही रहने वाले हैं. इसमें अधिकतर बीपीएल परिवारों से जुड़े हुए लोग ही शामिल किये गये हैं. उन्हीं के सहयोग से उनके बेहतरी के लिए कार्यक्रम संचालित किये जाते हैं. ये समूह जीवन स्तर सुधारने के लिए कई कार्यक्रम चला रहे हैं. अब जागरूकता के लिए भी अभियान चलाया जायेगा.
मलीन बस्तियों में दीपावली व छठ को देखते हुए साफ-सफाई का कार्यक्रम चलाया जायेगा. एसएजी के सदस्यों के माध्यम से नगर के सभी मलीन बस्तियों में अभियान के तहत काम करेंगे. दीवाली से पहले तक सभी मोहल्लों में सफाई कर लेनी है. छठ में भी सफाई कार्यक्रम चलेंगे. इसके साथ ही मोहल्लेवासियों को भी सफाई के प्रति जागरूक किया जायेगा. इसका कार्यक्रम तय कर लिया गया है.
डॉ सांत्वना भारती, एसडीसी, स्पर