नयी दिल्ली : केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत कुमार सिन्हा ने कहा कि लोग हमारे आर्थिक एजेंडे के तात्कालिक प्रभाव का गलत आकलन कर रहे हैं और दीर्घकालिक प्रभाव की गुणवत्ता को कम करके आंक रहे हैं. उन्होंने कहा कि बहुत सारी परिवर्तन लाने वाली योजनाएं प्रक्रिया में हैं, जो मूल रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था में बदलाव लायेगा तथा भारतीयों के जीवन स्तर को बेहतर बनायेगा. जयंत सिन्हा का बयान उस समय आया है जब भाजपा के अरुण शौरी ने नरेंद्र मोदी के शासनकल में भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब होने की बात कही.
शौरी ने एक पुस्तक के विमोचन के मौके पर कहा, ‘अब डाक्टर मनमोहन सिंह को लोग याद करने लगे हैं. सरकार की नीतियां बनाने का तरीका कांग्रेस (जैसा) है. और गाय का मुद्दा है. नीतियां समान हैं.’ प्रसिद्ध पत्रकार और ‘बिजनेस एडिटर’ के पूर्व संपादक टीएन निनान द्वारा लिखित पुस्तक ‘टर्न आफ द टार्टोइस’ के विमोचन समारोह में सिंह, मुख्य आर्थिक सलाहकार ए सुब्रह्मण्यम और पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन शामिल हुए.
शौरी ने कहा कि दूसरा अंतर यह है कि यह साफ तौर पर मानना है कि अर्थव्यवस्था के प्रबंधन का मतलब सुर्खियों का प्रबंधन है और वास्तव में यह काम करने वाला नहीं है. पूर्व मंत्री ने कहा, ‘हर व्यक्ति व्यस्त है और हर व्यक्ति बहुत मेहनत कर रहा है लेकिन यह बडी चीजों में तब्दील नहीं हो रहा, यह उस समय (संप्रग सरकार) समस्या थी.’ उन्होंने कहा कि अगर आप कर प्रशासन में अडचनों की बात करें तो असल में इसमें कोई बदलाव नहीं है.
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