छपरा/मढ़ौरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश-लालू पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैं गरीब परिवार से आता हूं, इसलिए ये दोनों मेरे पीछे पड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी गरीब को मैं अपनी िबरादरी का समझता हूं. जब मैं बचपन में चाय बेचा करता था, तो सामंतवादी विचार के लोग मेरी पिटाई करते थे और बिहार में इस वर्ष चुनाव कार्यक्रम में माइकवाले को उठा कर पटक देने की बात कहते हैं. वह रविवार को मढ़ौरा के खेदन प्रसाद 10+स्कूल के मैदान में सभा को संबोधित कर रहे थे. मढ़ौरा के बाद उन्होंने हाजीपुर, बिहारशरीफ और पटना के नौबतपुर में भी सभाओं को संबोधित किया.
मढ़ौरा में प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार दूसरी हरित क्रांति की अगुआई करेगा, इसलिए केंद्र में बिहारी नेता को कृषि मंत्री बनाया है. प्रदेश में एनडीए की सरकार बनते ही किसानों के लिए 24 घंटे बिजली की व्यवस्था कर उन्हें खुशहाल बनायेंगे. पीएम ने लालू व नीतीश पर हमला बोला. कहा कि बड़े-छोटे भाइयोंे नेकाम नहीं किया, इसलिए बिहार बदहाल है. नौजवानों के सामने पलायन की बेबसी है. उनकी गलत नीतियों के कारण यहां बेरोजगारी बढ़ी और नौजवानों को घर-बार छोड़ना पड़ा. दोनों भाइयों के कारण ही बिहारी दूसरे प्रदेशों में बाहरी बने हैं और उनकी दो पीढ़ियों का जीवन तबाह हुआ है. विकास की बात करने के बजाय दोनों भाई रैलियों में मोदी को कोसने में जुटे हैं. अपने 25 साल के कार्यों का हिसाब जनता को न देकर लोकतंत्र का अपमान कर रहे हैं.
मोदी ने कहा कि इस बार बिहार में दो बार दीवाली मनेगी. यहां जनता बदलाव का मन बना चुकी है. उन्होंने कहा कि अब लालू व नीतीश के दिन समाप्त हो गये हैं.
वे भावनाएं भड़का कर बिहार के भविष्य को रौंदते थे, लेकिन बिहार का जमीर व संकल्प जाग चुका है. युवाओं के सपने को कुचलना मुश्किल है. सीएम नीतीश को अवसरवादी बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने कांग्रेस को छोड़ कर जयप्रकाश नारायण का साथ दिया था. वहीं, उनके शिष्य नीतीश जी ने जेपी को छोड़ कर कुरसी की खातिर कांग्रेस का साथ लिया. उन्होंने कहा कि जहां महागंठबंधन के नेता अपना अधिकांश वक्त मुझे कोसने में बरबाद करते हैं, वहीं हमारे नेता विकास की बात करते हैं. किसानों के खेत में पानी, बेरोजगारों को रोजगार, अस्पतालों में दवाई हमारी प्राथमिकता है.
मढ़ौरा के बारे में पीएम ने कहा कि कभी इस औद्योगिक क्षेत्र में चीनी के कारखाने होते थे. लोगों की मीठी बोली के साथ किसानों के पॉकेट में पैसा होता था. बच्चे मॉर्टन चॉकलेट का आनंद लेते थे. मगर इन फैक्टरियों को बंद कर क्षेत्र को बरबाद कर दिया गया. उन्होंने कहा कि मढ़ौरा डीजल लोकोमोटिव का काम आखिरी चरण में है. सरकार समयसीमा के अंदर इसे पूरा कर रोजगार के अवसरों का सृजन करेगी.
दिये विकास के छह सूत्र
पीएम ने कहा कि बिहार में एनडीए के सत्ता में आने पर छह सूत्री कार्यक्रम पर अमल करेंगे. बिजली, पानी व सड़क की बेहतर व्यवस्था होगी. युवाओं के लिए पढ़ाई, परिवार के लोगों के लिए कमाई और बीमार व बुजुर्गों के लिए दवाई का इंतजाम करेंगे.
कश्मीर में बर्फ से बिहार में ठंड
जम्मू-कश्मीर की लद्दाख स्वायत्त परिषद, लेह के चुनाव में भाजपा की जीत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब हिमालय में बर्फ गिरती है, तो बिहार में ठंड शुरू हो जाती है. लेह-लद्दाख की चुनावी हवा बता रही है कि बिहार में दो बार दीवाली होगी.
महागंठबंधन का चौथा साथी तांत्रिक
पीएम ने महागंठबंधन पर चुटकी लेते हुए कहा कि पहले इसमें नीतीश, लालू व सोनिया मैडम जैसे तीन खिलाड़ी थे. मगर अब तांत्रिक भी चौथा खिलाड़ी बना है. राजद को राष्ट्रीय जादू टोना पार्टी और लालू प्रसाद को सबसे बड़ा तांत्रिक कहा. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र विकास के सहारे चलता है, लेकिन बिहार में लोग इसे जंतर-मंतर के सहारे चला रहे हैं.
दुनिया का कोई ऐसा तांत्रिक नहीं है, जो बिहारी को बरगला सके. कोई व्यक्ति किसी भी रंग का कबूतर काटे, एनडीए विकास की बात करती रहेगी. लालू के बारे में पीएम ने कहा कि वे अपने दो बेटों के लिए मेहनत कर रहे हैं. उन्हें बिहार की नहीं, बस परिवार की चिंता है. उनके दोनों बेटों के लिए पटना के दरवाजे बंद हो चुके हैं. मोदी ने गंडामन की चर्चा करते हुए कहा कि मिड डे मील खाने से 23 मासूमों की मौत हो गयी, पर उनके परिवारों से अंसवेदनशील मुख्यमंत्री को मिलने की फुरसत नहीं मिली. पीएम ने एनडीए के उम्मीदवारों को समर्थन देने का आह्वान किया. सभा को राजीव प्रताप रूडी, रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा, सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने भी संबोधित किया.