गर्भ धारण करना हर महिला के लिए ख़ास अनुभव होता है. अपने अंदर जीवन को पलते महसूस करना किसी चमत्कार से कम नहीं होता. ऐसे में महिलाओं को चाहिए कि वह अपना और अपने आने वाले बच्चे का ख्याल रखे.
गर्भवती महिलाओं को सेहत के प्रति सजक रहना चाहिए. जिसके लिए उन्हे कई तरह की सावधानियां भी रखनी जरूरी होती है क्योंकि इसका असर न सिर्फ उन पर बल्कि उनके गर्भस्थबच्चे पर भी पड़ता है.
हालिया किये एक शोध अनुसार, महिलाएं गर्भवती होने पर अनजाने में ही सही पर कई बड़ी गलतियाँ कर बैठती हैं जिसकी वजह से उनके होने वाले बच्चे पर शारीरिक एवं मानसिक प्रभाव पड़ने की आशंका रहती है. जैसे की बालों में शैंपू का अधिक इस्तेमाल करना.
शोध के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को अधिक शैंपू नही करना चाहिए क्योंकि शैंपू में हानिकारक केमिकल्स पाए जाते हैं जो बच्चे को नुकसान पहुंचाते हैं. इसके लिए 300 से ज्यादा महिलाओं पर एक शोध किया गया.
इस शोध के नतीजे बड़े चौकाने वाले साबित हुए. 300 में से 172 महिलाएं स्वस्थ गर्भवती थी जबकि 132 महिलाएं गर्भपात का शिकार थीं. इन महिलाओं का जब यूरिन टेस्ट किया गया तो यह पाया गया कि जो महिलाएं गर्भपात का शिकार हुई थीं उनमें फैथलेटस केमिकल की मात्रा ज्यादा थी जो गर्भपात का मुख्य कारण होती हैं.
गर्भ के दौरान शैंपू का अधिक इस्तेमाल गर्भपात का मुख्य कारण भी बन सकता है. इससे बचने के लिए कोशिश यह करें कि केमिकल शैंपू की जगह प्राकृतिक व हर्बल शैंपू का ही इस्तेमाल किया जाए. अधिक शैंपू से गर्भपात का खतरा तो होता ही है साथ ही यह लिवर से संबंधित बीमारीयों को भी पैदा कर सकता है. इसके अलावा यह साँस संबंधी परेशानी, छाती में दर्द का भी कारण हो सकता है.
विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि अधिक शैंपू करने से बालों को भी पोषण नहीं मिलता है इसलिए बेहतर है की हर्बल चीजों का प्रयोग किया जाए.