स्मार्टफोन अब सिर्फ कॉल करने और मनोरंजन के साधन भर नहीं रह गये हैं. ये फिटनेस बैंड आदि की मदद से लोगों के स्वास्थ्य का ख्याल रखने में भी मदद कर रहे हैं. अब मेसाचुसेट्स जेनरल हॉस्पिटल में एकऐसे डिवाइस को डेवलप किया गया है, जिसे स्मार्टफोन से जोड़ कर रोगों की जांच भी की जा सकती है. इसमें डी3 सिस्टम (डिजिटल, डिफ्रेक्शन, डायगोसिस) ऑप्टिकल कंपोनेंट एक एलक्ष्डी बल्ब और कैमरा की मदद से एक बार में करीब 10 हजार कोशिकाओं को कैप्चर करता है. इसमें सेंपल्स के रूप में ट्यूमर या अन्य रोगी कोशिकाओं की फोटो ली जाती है.
डी3 सिस्टम से इमेज लेने के बाद इसमें मौजूद बीड्स धुंधले नजर आते हैं, जिन्हें पहचानना मुश्किल होता है. इसके इमेज को कंप्यूटर से होकर गुजारा जाता है, जो इसे प्रोसेस करता है. यह टिश्यू में डिफ्रैक्शन के अनुसार इमेज को रीकंस्ट्रकशन करने का कार्य करता है. इससे बननेवाले इमेज के आधार पर रोग की पहचान हो सकती है. इस सिस्टम को गर्भाशय की प्री-कैंसरस और कैंसरस कोशिकाओं के नमूनों पर टेस्ट किया गया. इसमें ह्यूमन पेपीलोमा वायरस के डीएनए को पहचानना था. इस टेस्ट का रिजल्ट आने में 45 मिनट का समय लगा. इससे मिले रिजल्ट और सामान्य पैथोलॉजी से मिले रिजल्ट में काफी समानता मिली.