बीजिंग: चीन के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर इस साल की तीसरी तिमाही में घटकर 6.9 प्रतिशत रह गई जो 2008-09 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद का सबसे खराब दौर है. विश्व की दूसरी सबसे बडी अर्थव्यवस्था को ऐसी स्थिति में नया प्रोत्साहन पैकेज पेश करना पड सकता है ताकि नरमी रोकी जा सके.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.