पति को अभी नहीं है पता, कर चुका है दो शादियां
सिमरी नगर (सहरसा) : गीता के भारत आने के साथ ही एक ओर जहां गीता के घर पर खुशी का माहौल है, वहीं उसकी ससुराल में भी जश्न का दौर जारी है. हीरा उर्फ गीता की सास सुगावती देवी के अनुसार, जब से उसे मालूम हुआ है कि उसकी बहू वापस आ रही है, उसकी खुशी का ठिकाना नहीं है.
मालूम हो कि स्व हरिहर महतो की बहू गीता की शादी कई साल पूर्व उमेश महतो से हुई थी. शादी के बाद गीता को एक बच्चा भी हुआ, लेकिन उसके कुछ दिन बाद ही गीता गुम हो गयी. गीता की सास बताती हैं कि उन्हें पांच बेटा और चार बेटी है. उन्होंने बताया कि अपने तीसरे बेटे उमेश महतो के साथ गीता की धूमधाम से शादी की. इसके बाद गीता का खो जाना किसी सदमे से कम नहीं था. लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. उसके बाद उमेश ने सीता देवी से शादी कर ली, जिसकी शादी के कुछ सालों बाद ही मौत हो गयी. उसके बाद उमेश महतो ने तीसरी शादी की, जो रधिया देवी से हुई.
गीता के बहाने ही शुरू हुई विकास की चर्चा
पाकिस्तान से कबिराधाप लौट रही गीता के बहाने ही मीडिया की नजर कोसी के फरकिया पर पड़ी है. क्षेत्र में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा की बुनियादी समस्या बनी हुई है. फरकिया के नाम से मशहूर यह इलाका आज भी बाढ़ के कटाव को लेकर साल के छह महीने अपने आशियाने को डूबते देख बिताता है़ स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि देश के तारणहारों की नजरें इनायत होंगी.