नयी दिल्ली : जदयू ने शनिवार को कहा कि बिहार के अवाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास एजेंडे के लिए वोट कर रहे हैं और विधानसभा चुनाव में भाजपा नीत राजग 80-90 सीटों में सिमट जायेगा और चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एनडीए के मुख्य प्रचारकर्ता हैं. चुनावी नतीजे मोदी सरकार पर विमर्श होंगे. जदयू के बिहार प्रदेश प्रमुख वशिष्ट नारायण सिंह ने दावा किया कि पहले चरण में हुए चुनाव में उनका महागठबंधन 49 में से 40 सीटें पायेगा. जबकि दूसरे चरण के चुनाव में उसे बहुमत सीटों पर जीत हासिल होगी.
वशिष्ट नारायण सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मतदान में बड़ी संख्या में युवाओं और महिलाओं की भागीदारी नीतीश के प्रति विशाल समर्थक का द्योतक है क्योंकि युवा नीतिश के विकास के एजेंडा से प्रभावित है. जबकि महिलाएं नीतीश के शासनकाल में अधिकार संपन्न हुई हैं. उन्होंने नीतीश को मतदाताओं के लिए मुख्य आकर्षण बताते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव बड़े नेता हैं और लोगों ने विकास को अपना मुख्य सरोकार बनाया है.
जदयू नेता ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनावों में जाति जैसे मुद्दे नेपथ्य में चले गये हैं. सिंह ने दावा किया कि एनडीए 80-90 सीटों से ज्यादा नहीं ला पायेगा. शायद, भाजपा अब यह सुनिश्चित करने के लिए चुनाव लड़े कि वह मुख्य विपक्षी पार्टी बनी रहे. उन्होंने मोदी सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा कि ढेर सारे मंत्रियों ने अपना काम छोड़ दिया है और राज्य में प्रचार कर रहे हैं. सिंह ने मोदी पर आरोप लगाया कि वह अपने भाषणों में बेहद अमर्यादित भाषा का उपयोग कर रहे हैं.
उन्होंने इन रिपोटरें की चर्चा की कि मोदी की रैलियां रद्द की जा रही हैं और कहा कि यह दिखाता है कि भाजपा को बिहार विधानसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन पर निराशाजनक फीडबैक मिला है. जदयू नेता ने दावा किया है कि मोदी सरकार अपनी पूरी ताकत से विपक्ष को कुचलना चाहती है. जिससे बिहार विधानसभा चुनाव ने विशाल राष्ट्रीय आयाम ग्रहण कर लिया है.