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किसी का चुटकी में तबादला तो कोई वर्षों कर रहा इंतजार

देवघर शिक्षा विभाग में शिक्षकों के तबादले के लिए विभाग की दरियादिली चाहिए, न कि नियम का हवाला. यहां की स्थिति यही बयां करती है. कई शिक्षक ऐसे हैं जो विभिन्न कारणों से तबादले के लिए आवेदन दिये हैं, लेकिन उनका आवेदन लंबित पड़ा हुआ है, जबकि कुछ शिक्षक ऐसे भी हैं जो अपने पदस्थापन […]

देवघर शिक्षा विभाग में शिक्षकों के तबादले के लिए विभाग की दरियादिली चाहिए, न कि नियम का हवाला. यहां की स्थिति यही बयां करती है. कई शिक्षक ऐसे हैं जो विभिन्न कारणों से तबादले के लिए आवेदन दिये हैं, लेकिन उनका आवेदन लंबित पड़ा हुआ है, जबकि कुछ शिक्षक ऐसे भी हैं जो अपने पदस्थापन के छह माह के अंदर ही मनचाहे स्कूल में दोबारा तबादला करा लेते हैं. अब इसे विभाग की दरियादिली कहें या कुछ और. इससे एक तरफ जहां बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है, वहीं शिक्षकों में रोष भी पनप रहा है.

देवघर: जसीडीह शैक्षणिक अंचल के प्राथमिक विद्यालय हरकट्टा में कार्यरत सहायक शिक्षक नागेश्वर दास का पदस्थापन के पांच-छह माह में ही राजकीयकृत मध्य विद्यालय बरमसिया में तबादला कर दिया गया. शिक्षा विभाग की इस दरयादिली पर शिक्षकों में काफी रोष है.

इसका कई शिक्षकों ने कड़ा विरोध भी किया है. वर्तमान में प्राथमिक विद्यालय हरकट्टा में नामांकित बच्चों का पठन पाठन प्रतिनियुक्त पारा शिक्षक लोचन यादव के कंधे पर टिकी है. जबकि यहां कार्यरत पारा शिक्षक को भी चिहोमारनी स्कूल से प्रतिनियुक्त किया गया है. विरोध करने वाले शिक्षकों का कहना है कि सहायक शिक्षक का चयन व पदस्थापन इस वर्ष ही हुआ था. नियमत: शिक्षक को पदस्थापन स्थल पर कम से कम तीन वर्ष रहना चाहिए, लेकिन पांच से छह माह में ही अपना तबादला करा लिया.

बीइइओ ने कहा
तीन-चार अक्तूबर को प्रशासनिक तबादला से संबंधित पत्र विभाग का प्राप्त हुआ था. पत्र के आधार पर सहायक शिक्षक नागेश्वर दास को विरमित किया गया. वर्तमान में चिहोमारनी के एक पारा शिक्षक को विद्यालय में प्रतिनियुक्त किया गया है. पारा शिक्षक के भरोसे विद्यालय का संचालन हो रहा है.
– अरूण कुमार
बीइइओ, देवघर

शिक्षक संघ की प्रतिक्रिया
शिक्षा विभाग में तबादला के लिए दर्जनों आवेदन महीनों व वर्षों से लंबित पड़ा हुआ है. लंबित आवेदन पर विचार नहीं कर पदस्थपना के चंद माह में ही शिक्षक का तबादला करना अनुचित है. पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच व कार्रवाई डीसी करे.
– मनोज कुमार झा, जिला महासचिव

अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ
किसी भी सूरत में विद्यालय बंद कर शिक्षक का स्थानांतरण नहीं किया जा सकता है. विशेष अथवा विषम परिस्थिति में ही प्रशासनिक दृष्टिकोण से तबादला संभव है. लेकिन, ऐसा नहीं नहीं कर विभाग ने हरकट‍्टा के मामले में नियम विरूद्ध काम किया है. महीनों एवं वर्षों से लंबित आवेदन पर विभाग गौर नहीं करता है. इससे शिक्षकों में काफी रोष है.
– जनार्दन राय, जिला अध्यक्ष
झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ

कई अस्वस्थ शिक्षक कर रहे हैं तबादला का इंतजार

केस स्टडी : एक
जसीडीह शैक्षणिक अंचल स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय छोटानोखिल में 14 वर्षों से बतौर सहायक शिक्षक मनोज कुमार पदस्थापित हैं. शारीरिक अस्वस्थता की वजह से तबादला के लिए विभाग को आवेदन पिछले पांच वर्षों से दे रहे हैं. आवेदन पर विधायक व सांसद का अनुशंसा भी है, लेकिन विभागीय स्तर से अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
केस स्टडी : दो
शिक्षक राज किशाेर राय प्राथमिक विद्यालय नवाडीह मारगोमुंडा में कार्यरत हैं. मेडिकल ग्राउंड पर तबादला के लिए विभाग को आवेदन भी दिये हैं. पिछले पांच वर्षों से विभाग का चक्कर भी लगा रहे हैं. लेकिन, उनके आवेदन पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है.
केस स्टडी : तीन
सहायक शिक्षक गोपाल कापरी वर्ष 2005 से उत्क्रमित मध्य विद्यालय दरंगा देवीपुर में पदस्थापित हैं. बीमारी से पीड़ित शिक्षक गोपाल कापरी ने तबादला के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक को पिछले चार वर्षों से आवेदन दे रहे हैं. लेकिन, इनके आवेदन पर भी विभाग किसी प्रकार का विचार नहीं कर रहा है.
केस स्टडी : चार
शिक्षिका आरके दा वर्ष 2004 से मध्य विद्यालय बुढ़ई में पदस्थापित हैं. सुरक्षा के दृष्टिकोण से तबादला के लिए आवेदन दी थी. आवेदन पर विचार करते हुए तत्कालीन डीएसइ ने मध्य विद्यालय रढ़िया में प्रतिनियुक्ति कर दिया. विभाग के मार्गदर्शन के बाद अब वह मूल विद्यालय लौट गयी है. लेकिन, अबतक उनके आवेदन पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
केस स्टडी : पांच
उत्क्रमित मध्य विद्यालय चपरिया देवघर में पदस्थापित शिक्षक मधुसूदन महथा वर्तमान में प्राथमिक विद्यालय रोहिणीपुर में प्रतिनियुक्त हैं. जान-माल की सुरक्षा को देखते हुए पिछले वर्ष तबादला के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक को आवेदन दिया. प्रत्याशा के आस में आवेदन आज भी विभाग में लंबित है. लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई.
केस स्टडी : छह
सहायक शिक्षक महेंद्र प्रसाद सिंह मध्य विद्यालय घाेरमारा में पदस्थापित हैं. जान-माल की सुरक्षा के दृष्टिकोण से तबादला के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक को वर्ष 2015 में आवेदन दिया. लेकिन, महीनों बीतने के बाद भी इनके आवेदन पर कोई विचार नहीं किया गया है तथा वे विद्यालय में काम करने को विवश हैं.

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