पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि चुनाव के बाद उनकी पार्टी सत्ता में आई तो उनकी सरकार का एजेंडा न्याय आधारित शासन होगा. सोशल मीडिया पर उनसे सवाल किया गया था कि अगर उनका गठबंधन चुनाव जीतता है तो उनकी नई सरकार का एजेंडा क्या होगा. बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा है कि वह सोशल मीडिया के जरिये मिले 500 सवालों का जवाब देंगे, इनमें से कल उन्होंने पहले सवाल का पहला जवाब दिया था जिसमें उनसे पूछा गया था कि लालू संग मिलकर सबसे बडी गलती क्यों की ?
इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि लालू प्रसाद के साथ राजनैतिक समझौता आज की वर्तमान परिस्थितियों में भाजपा और उसके साथी दलों को हराने के लिए जरुरी है. नीतीश ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर आज दूसरे सवाल के जवाब में कहा कि न्याय आधारित शासन मेरी सरकार का एजेंडा होगा. बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 32 सीटों पर 16 अक्तूबर को होने वाले मतदान के लिए चुनाव प्रचार के आज अंतिम दिन नीतीश कुमार ने कई चुनावी रैलियों को संबोधित किया और भाजपा खासकर नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा. नीतीश ने आरोप लगाया कि अगर केंद्र सरकार युवाओं के भविष्य को लेकर गंभीर होती तब सरकार नौकरियों की बहाली को बंद नहीं करती.
युवाओं के वास्ते विशेष राज्य का दर्जा मांगा ताकि नीतिगत सहयोग से बिहार में रोजगार के अधिक अवसर पैदा हों. अपने मंत्रिमंडल के एक मंत्री के स्टिंग वीडियो में रिश्वत लेने को लेकर प्रधानमंत्री के हमले के जवाब में नीतीश ने कहा कि एक केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के मामले भारी मात्रा में धन चोरी होने के मामले के अलावा भी हमने देखा है कि व्यापम और ललित गेट में क्या हुआ. मोदीजी की कथनी और करनी एक नहीं है.