जनता की उम्मीदों के अनुरूप नहीं हुआ काममोकहर कला पंचायतहैदरनगर(पलामू). पंचायत चुनाव की घोषणा हो चुकी है. पिछली बार 32 वर्ष बाद पंचायत चुनाव हुआ था. कहा यह गया था कि पंचायत चुनाव नहीं होने से गांवों का विकास नहीं हो पा रहा है. जब पंचायत चुनाव होंगे, तो गांव में अपनी सरकार होगी. विकास की गति तेज होगी. क्या पांच वर्ष में ऐसा कुछ हो पाया. क्या गांव में अपेक्षित बदलाव हुए या सब कुछ उसी तरह चला जैसे पंचायत चुनाव के पूर्व. विकास की गाड़ी दौड़ी या रुकी, स्वच्छता अभियान का कितना सहभागी बन सका पंचायत. इन्हीं पहलुओं को लेकर प्रभात खबर ने पंचायत वॉच शुरू किया है. जिसमें विकास से लेकर स्वच्छता अभियान व स्वास्थ्य अभियान की पड़ताल की गयी. आज प्रस्तुत है ,हैदरनगर प्रखंड के मोकहर कलां पंचायत की रिपोर्ट :किराये के मकान में चलता है पंचायत सचिवालयहैदरनगर के मोकहर कलां पंचायत में पंचायती राज व्यवस्था पांच वर्ष में भी पटरी पर नहीं आ सकी है. पांच वर्ष के दौरान पंचायत सचिवालय का काम अधूरा है. पंचायत में सड़कें बनी, इंदिरा आवास मिला, सामाजिक सुरक्षा पेंशन बना. सिंचाई की सुविधा नहीं मिली. लोगों का दर्द है कि उन्होंने पंचायत चुनाव के पूर्व जो सपना देखा था, उसके अनुरूप कुछ भी नहीं हुआ. पंचायती राज व्यवस्था से जो बदलाव दिखना चाहिए था नहीं दिखा. खुले में शौच से मुक्त नहीं हुआ पंचायतस्वच्छता अभियान का कोई असर पंचायत में नहीं दिखता. मोकहर कला पंचायत में अभी भी खुले में शौच बड़ी समस्या है. इसके लिए पंचायत स्तर से जागरूकता अभियान तक नहीं चलाया गया.अधिकार का सदुपयोग किया : मुखियामोकहर कलां पंचायत की मुखिया नाजमा खातून का कहना है कि पंचायती राज में मुखिया को जो अधिकार मिलना चाहिए नहीं मिला. जितना अधिकार था, उसके मुताबिक बेहतर करने का प्रयास किया गया है. सीमित संसाधन में भी सभी गांव व टोलो को सड़क, जरुरतमंदों को इंदिरा आवास, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, सिंचाई कूप, चापाकल व सभी गावों में सोलर लाइट देने का काम किया है. अगली बार जनता का आशीर्वाद मिला, तो और बेहतर करने का इरादा है.नहीं हुआ पंचायत का विकास : बेबी खातूनपिछले चुनाव में नंबर दो पर रही बेबी खातून का कहना है कि जितना कुछ हुआ, उतना काम तो पंचायत चुनाव से पहले भी होता रहा है. पंचायत चुनाव के बाद पंचायत में भ्रष्टाचार बढ़ा है. विकास के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हुआ. जनसमस्या दूर करने में मुखिया पूरी तरह फेल हुई. क्या कहते हैं लोग नहीं हुई सिचाई की व्यवस्थापंचायत के नौरंग सिंह का कहना है कि पंचायत को जितनी शक्ति सरकार ने दी थी. पंचायत में उसके अनुरूप कार्य हुए हैं. उन्होंने कहा कि पंचायती राज का जो सपना सरकार ने दिखाया था, वह सपना ही रह गया. पंचायत में सिंचाई के लिए कोई कार्य नहीं हुए. चुनाव से कोई लाभ नहीं हुआपंचायत के रामचंद्र यादव का कहना है कि मुखिया ने सभी गावों का समान विकास किया है. मगर जितना काम होना चाहिए था, नहीं हो सका. उनका मानना है कि इसके लिए मुखिया से ज्यादा सरकार जिम्मेवार है. सभी गांव सड़क से जुड़ेपंचायत के भोलु खां का कहना है कि आजादी से अबतक पंचायत में अगर विकास दिखा है, तो पंचायत चुनाव के बाद ही दिखा है. मोकहर से करिमनडीह गांव को जोड़ा गया. यह बड़ी उपलब्धि है. फैक्टशीटपंचायत का नाम®मोकहर कलांआबादी®6258आंगनबाड़ी केंद्र®07विद्यालय®मवि 04प्रज्ञा केंद्र®01स्वा.उप केंद्र®02साक्षरता दर 79 प्रतिशतपंचायत सचिवालय®अधूरा पड़ा हैपरिधि में आने वाले गांव–05 मोहर कला, नोखिला,सिघना,हेमजा व कुड़वा
जनता की उम्मीदों के अनुरूप नहीं हुआ काम
जनता की उम्मीदों के अनुरूप नहीं हुआ काममोकहर कला पंचायतहैदरनगर(पलामू). पंचायत चुनाव की घोषणा हो चुकी है. पिछली बार 32 वर्ष बाद पंचायत चुनाव हुआ था. कहा यह गया था कि पंचायत चुनाव नहीं होने से गांवों का विकास नहीं हो पा रहा है. जब पंचायत चुनाव होंगे, तो गांव में अपनी सरकार होगी. विकास […]
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