नयी दिल्ली : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 श्रृंखला में करारी हार और कानुपर वनडे में जीत की दहलीज़परपहुंच कर टीम इंडिया को मिली शर्मनाक हार के बाद कप्तानी महेंद्र सिंह धौनी पर आरोपों की बौछार शुरू हो गयी है. उनकी कप्तानी और उनके निजी प्रदर्शन पर सवाल उठाये जा रहे हैं. कई पूर्व क्रिकेटरों के अनुसार अब महेंद्र सिंह धौनी को क्रिकेट के सभी प्रारुपों से संन्यास ले लेना चाहिए. हालांकि कई पूर्व दिग्गज खिलाडियों को मानना है कि अब भी टीम इंडिया के लिए धौनी की उपयोगिता समाप्त नहीं हुई है.
अब धौनी के सवाल को लेकर क्रिकेटर दो फाड़ में बंट गये हैं. इस मामले में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और फिक्सिंग के आरोप में आजिवन प्रतिबंध की मार झेल रहे मोहम्मद अजहरुद्दीन जहां धौनी की आलोचना करते नजर आ रहे हैं वहीं पूर्व क्रिकेटर और लिटिल मास्टर के नाम से मशहूर सुनील गावस्कर धौनी के बचाव में उतर गये हैं.
धौनी के सवाल पर पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा कि महेंद्र सिंह धौनी अब पहले जैसे खिलाड़ी नहीं रहे और उन्हें अपने साथियों के सामने उदाहरण पेश करके बल्लेबाजी क्रम में उपर आना चाहिए. फिरोजशाह कोटला में दिल्ली रणजी ट्राफी मैच से इतर अजहरुद्दीन ने कहा, ‘‘वह (धौनी) कप्तान हैं और उन पर काफी दबाव होता है.
अगर वह प्रदर्शन नहीं करता है तो चयनकर्ताओं को उसके बारे में सोचना होगा. वह अब वैसा खिलाड़ी नहीं रहा जैसा पहले था. बेशक प्रभाव छोड़ने के लिए उसे उपरी क्रम में बल्लेबाजी करनी होगी.’ भारत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में रोहित शर्मा के 150 रन के बावजूद पांच रन से हार गया. यहां तक कि धौनी भी टीम को लक्ष्य तक पहुंचाने में नाकाम रहे.
वहीं धौनी के समर्थन में गावस्कर ने कहा, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली हार के बाद जिस तरह से धौनी पर सवाल उठाये जा रहे हैं वह गलत है. जान-बुझकर धौनी को बलि का बकरा बनाया जा रहा है. गावस्कर ने कहा, इसमें कोई शक नहीं है कि धौनी अब भी दुनिया के सबसे अच्छे फिनिशर हैं. मौजूदा समय में धौनी के प्रदर्शन को लेकर सवाल उठाये जा रहे हैं, यह गलत है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया की हार के लिए धौनी अकेले जिम्मेदार नहीं हैं.