पटना: इस बार का चुनाव छात्राओं के लिए परेशानी का सबब बनकर आया है. घर से दूर पढ़ाई करने के लिए छात्रावास में रह रही हैं, लेकिन चुनाव के कारण अचानक छात्रावास खाली कराने से पढ़ाई छोड़-छाड़ वे घर जा बैठी हैं, तो कईयों को आशियाने की तलाश है, जहां वे नवंबर तक रह सकें. जी हां, बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल इन दिनाें स्ट्रांग रूम बना हुआ है. इस कारण पूरे स्कूल को खाली करा दिया गया है. यहां तक कि छात्रावास में रहने वाली लड़कियों के कमरे भी ले लिये गये हैं. उन्हें अचानक छात्रावास खाली करना पड़ा.
अनाथ बच्चियों को भी नहीं बख्शा
बांकीपुर कैंपस में ही कन्या मध्य विद्यालय में रेन्बो होम चलाये जा रहे हैं. इसमें पांच से 14 वर्ष की अनाथ बच्चियां रह कर पढ़ाई कर रही हैं. इनकी संख्या लगभग 60 है. इन्हें प्रशासन द्वारा चुनाव में खाली करने का आदेश तो दिया गया, पर कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गयी. अब ये किराये का मकान ढूंढ़ रही हैं, जहां दो माह तक इन्हें सुरक्षित रह सकें. बांकीपुर में दोनों स्कूल मिलाकर कुल 75 कमरे हैं. इसके अलावा प्राचार्य निवास और अन्य कई कमरे हैं, लेकिन चुनाव कार्य में ये कमरे भी कम पड़ गये हैं और तो और छात्रावास भी लेना पड़ गया़ छात्रावास वार्डेन अंजु चौधरी बताती हैं, पढ़ाई बीच में छोड़ घर नहीं जाना चाहती थी. इसके लिए आवेदन भी दी थीं, पर प्रशासन के आदेशानुसार उन्हें घर भेज दिया गया.
बोर्ड परीक्षा के कारण कई लड़कियां नाखुश थीं कि उन्हें अचानक घर भेजा जा रहा है. ऐसे में प्रशासन के निर्देशानुसार रजिस्ट्रेशन कर उनके पैरेंट्स को बुलाकर घर भेजना पड़ा.
विजया कुमारी
प्राचार्य, बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल
रेनबो होम को खाली करने का निर्देश दिये जाने से बच्चियों की परेशानी बढ़ गयी है. प्रशासन ने कोई वैकल्पिक व्यवस्था तक नहीं की है.
नीलू संचालिका
महिला जागरण केंद्र, रेनबो हाेम