कटिहार : सूबे में प्रथम चरण का विधानसभा चुनाव सोमवार को होना है. सीमावर्ती जिला भागलपुर में चुनाव हो रहा है, लेकिन परेशानी कटिहार के लोगों को उठानी पड़ रही है.
परेशानी की बात करें तो सबसे पहले यात्री वाहनों की कमी से लोग जूझ रहे हैं. भागलपुर सहित विभिन्न स्थानों को चलने वाली बसों को चुनाव कार्य के लिए जब्त कर लिया गया है.
इससे यात्रियों को रेल सेवा छोड़ कर दूसरा कोई विकल्प नहीं रह गया है. यही नहीं कटिहार से भागलपुर के बीच रेल सेवा नहीं है. रेल से यात्रा करने वालों को भी नवगछिया उतर कर पैदल या किसी अन्य साधन से भागलपुर जाना मजबूरी है. इधर कटिहार जिला निर्वाचन अधिकारी सह जिला पदाधिकारी के निर्देश पर कटिहार सीमा को सील कर दिया गया है.
सीमा पर बैरिकेटिंग कर कड़ी चौकसी की जा रही है. एसपी डॉ सिद्धार्थ मोहन जैन के निर्देश पर एनएच 31, 81 पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारी व अद्धसैनिक बलों के जवान मुस्तैद हैं. भागलपुर जिले से सटे कटिहार के सीमाओं को भी सील कर दिया गया है, ताकि प्रथम चरण का चुनाव भयमुक्त, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो सके.
दियारा क्षेत्रों में भी रखी जा रही निगरानीजिले के बरारी प्रखंड, कुरसेला प्रखंड, मनिहारी सहित अमदाबाद के दियारा क्षेत्रों में भी कड़ी चौकसी की जा रही है. दियारा क्षेत्रों में भी पुलिस पदाधिकारी के साथ सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है. जिले के इन दियारा का क्षेत्र भागलपुर सहित झारखंड व बंगाल की सीमा को छूटी है.
जिस कारण दियारा में भी पुलिस पदाधिकारी की नजर है. खासकर भागलपुर सीमा से सटे दियारा क्षेत्रों में पुलिस की पैनी नजर है तथा उन मार्गो से होकर गुजरने वाले सभी रास्तों पर पुलिस पदाधिकारी की कड़ी चौकसी रहेगी. बाजार पर भी पड़ रहा असरविस चुनाव की वजह से बाजार पर भी असर पड़ रहा है.
वाहनों की आवाजाही बंद होने के कारण दूसरे राज्यों से आने वाला समान समय पर नहीं पहुंच रहा है. अभी दुर्गापूजा का समय है. सभी व्यवसायी व दुकानदार अपना माल स्टॉक कर लेना चाहते हैं ताकि पूजा के समय किसी तरह की परेशानी नहीं उठाना पड़ा. इस बीच न्यू मार्केट में एक नई दुकान खोल रहे व्यवसायी ने बताया कि दुकान का ओपनिंग 14 अक्तूबर को निर्धारित है.
लेकिन अब-तक माल नहीं पहुंचा. पूछने पर बताया कि चुनाव की वजह से वाहनों का परिचालन बंद हो गया है. यदि समय पर हमार माल नहीं पहुंचा तो ओपनिंग का समय बदलना पड़ सकता है. यह एक व्यवसायी का दर्द है. इस तरह के परेशानी से कई व्यवसायी परेशान हो रहे हैं.