नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज किये जाने वाले बलात्कार के मामलों की प्रमुख वजहों में असफल संबंध के कारण लिव इन में रहने वाले जोडों का अलगाव और शारीरिक संबंध होने के बावजूद शादी का वादा पूरा नहीं होना शामिल है. दिल्ली के पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने कहा कि दिल्ली पुलिस द्वारा अब तक दर्ज किये गये दुष्कर्म के 1,656 मामलों में कम-से-कम 25 फीसदी मामले लिव-इन संबंधों के खत्म होने और शादी से इंकार से जुडे हैं.
दिल्ली पुलिस के आंकडों में इस बात का खुलासा किया गया है कि पुलिस ने इस साल 30 सितंबर तक बलात्कार के 1,656 मामले दर्ज किये जिसमें 25.31 प्रतिशत (419) मामलों में आरोपी लिव-इन संबंधों में थे या शादी से इंकार कर दिया था. बढ़ती जनसंख्या के साथ बलात्कार के मामलों की संख्या और उसके स्वरुप में भी परिवर्तन आया है. दिल्ली पुलिस के आंकडों के अनुसार 2010 में राष्ट्रीय राजधानी में एक लाख की आबादी पर बलात्कार के मामलों का औसत 3.09 था जबकि सितंबर 2015 तक यह औसत बढ़कर 12.21 फीसदी हो चुका है.
जहां तक पीडिता और आरोपी के संबंध की बात है तो इस साल 30 सितंबर तक ऐसे 644 (38.89 फीसदी) मामले देखे गये जिसमें पीडिता के मित्र या पारिवारिक मित्र आरोपी के तौर पर शामिल थे. आंकडों के अनुसार 281 मामलों में पडोसी जबकि 233 मामलों में रिश्तेदार आरोपी हैं.
बस्सी ने कहा कि सुरक्षा दिल्ली पुलिस की प्राथमिकता है और इसको सुनिश्चित किया गया है कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले सभी अपराध को दर्ज किया जाये.