नयी दिल्ली : श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला शुरु होने से ही बहुत अच्छी फार्म में चल रहे इशांत शर्मा को अब अहसास हो गया है कि उनके पास बल्लेबाजों को शब्दों के बजाय अपनी तेज गेंदबाजी से परेशान करने के लिये पर्याप्त कौशल है.
श्रीलंका के खिलाफ एसएससी में तीसरे टेस्ट मैच में मैदान में गलत व्यवहार के कारण आईसीसी ने इशांत पर एक मैच का प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद पहली बार मीडिया से रु-ब-रु हुए इशांत ने कहा कि वह आक्रामकता दिखाएंगे लेकिन अपने प्रदर्शन से. इशांत ने दिल्ली की तरफ से विदर्भ के खिलाफ रणजी मैच में नौ विकेट लेने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘निश्चित तौर पर यह अच्छी बात है कि विराट कोहली मेरा समर्थन करता है. जो भी मैदान पर आक्रामकता दिखाता है, चाहे वह बल्लेबाज हो या गेंदबाज, वह अच्छा प्रदर्शन करता है. मेरा मानना है कि यदि आपने खेल में दबदबा बनाना है तो आपको आक्रामक होना पडेगा लेकिन शब्दों से नहीं बल्कि खेल के प्रति आपका रवैया आक्रामक होना चाहिए.
” इशांत से सवाल किया गया कि क्या उनकी अनुपस्थिति में भारतीय गेंदबाजी थोड़ा प्रभावहीन रहेगी, उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट टीम गेम है तथा भारत को इशांत शर्मा की नहीं बल्कि इशांत शर्मा को भारत की जरुरत है.” भारतीय वनडे टीम में चयन नहीं होने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘आपको यह सवाल किसी और से (चयनकर्ताओं) पूछना चाहिए, मुझसे नहीं.
मैं केवल प्रदर्शन कर सकता हूं और मैं वह कर रहा हूं. मैं वही कर सकता हूं जो मेरे हाथ है. इसके अलावा मैं कुछ नहीं कर सकता. ” रणजी मैच में 47 रन देकर नौ विकेट लेने के बारे में इशांत ने कहा, ‘‘मैं अपनी गेंदबाजी से खुश हूं. मुझे ऐसा कोई कारण नजर नहीं आता जिससे मैं नाखुश रहूं. ”