मुजफ्फरपुर : विधानसभा चुनाव तथा आने वाले त्योहार को देखते हुए आयकर विभाग की मुजफ्फरपुर व पटना की टीम ने मंगलवार को मुजफ्फरपुर में पांच तथा पटना,
मधुबनी व हाजीपुर में एक प्रतिष्ठान का सर्वे किया. इन प्रतिष्ठानों में अधिक स्टॉक होने के कारण देर रात तक सर्वे का काम चलता रहा. इनके सभी बैंक अकाउंट के साथ ही इंडीविजुअल ट्रांजेक्शन स्टेटमेंट के जरिये एआइआर व सीआइबी इंफॉरमेशन की जांच भी की गयी.
संयुक्त आयकर आयुक्त मोहम्मद सादाब अहमद ने बताया कि आयकर उप निदेशक अन्वेषण मनीष झा व सहायक आयकर निदेशक अन्वेषण नवनीत अग्रवाल के नेतृत्व में 50 लोगों की टीम ने मुजफ्फरपुर में सर्वे किया.
वहीं आयकर अधिकारी एचएल दास व एसएन झा ने मधुबनी में सर्वे की कार्रवाई की. सोमवार की रात दरभंगा में विश्वविद्यालय थाना अंतर्गत 15 लाख रुपये बरामद किये गये थे. इसके बाद कार्रवाई करते हुए आयकर ने मधुबनी में मुरारका वस्त्रालय में सर्वे किया, क्योंकि बरामद रुपये अनअकाउंटेड थे.
उधर, पटना में एक निजी नर्सिंग होम में आयकर विभाग के टीडीएस टीम ने सर्वे किया. घंटों तक टीम ने नर्सिंग होम के तमाम रजिस्टरों की जांच की.
जांच में यह गड़बड़ी पायी गयी कि यह नर्सिंग होम जो डॉक्टरों को सैलरी या विजिटिंग डॉक्टरों को पेमेंट करता है, उनके टीडीएस में बड़े स्तर पर गड़बड़ी करता है. बिना टीडीएस काटे ही इन्हें पेमेंट कर दिया जाता है, जिससे आयकर चोरी का मामला बनता है.
वहीं हाजीपुर में कोलकाता स्थित एक निजी कंपनी ‘नेशनल प्लास्टियो कंपनी’ के ब्रांच ऑफिस में छापेमारी हुई. इस कंपनी के कोलकाता स्थित मुख्यालय में आयकर विभाग ने मंगलवार को छापेमारी की थी.
त्योहार को देखते हुए अधिकतर दुकानदारों अपना स्टॉक बहुत बढ़ा लिया है, जिस पर टैक्स अदा नहीं करते. अधिकतर दुकानदार बिना बिल के अपना सामान बेचते हैं. आयकर अधिनियम, 1961 के तहत कच्चा सेल परचेज यानी अनअकाउंटेड सेल परचेज करने वालों पर इसी तरह सर्वे की कार्रवाई जारी रहेगी.
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि दरभंगा से बरामद 15 लाख रुपये भी पूरी तरह कच्ची कमाई का हिस्सा है. सर्वे की टीम में आयकर अधिकारी सुजीत कुमार, राय राजेश, धर्मेंद्र कुमार आदि थे.