रांची: रांची जिला में आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माणकार्य धीमा है़ आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण का जिम्मा जिला परिषद व एनआरइपी-1 को दिया गया है़ जिप व एनआरइपी-1 को वर्ष 2012-13 में 75-75 आंगनबाड़ी केंद्र बनाने थे़, जो आज तक पूरा नहीं हुए़ इन दोनों एजेंसियों को वर्ष 2012-13 में चार करोड़ 76 लाख रुपये आवंटित किये गये़ राशि खर्च हो गयी पर निर्माण अब तक अधूरा है़ वर्ष 2013-14 में भी यही हाल है़ . जिला परिषद ने 75 में से 44 व एनआरइपी-1 ने 75 में से अब तक 44 भवनों को पूर्ण किया है़ तीन माह में ही भवनों को हैंडओवर किया जाना था़. वर्ष 2012-13 की योजनाओं को एक सितंबर 13 तक पूरा करना था़ वहीं 13-14 की योजनाओं को मार्च 2015 तक पूर्ण करना था़, जो आज तक लंबित है़ उपायुक्त स्तर से कई बार इस संदर्भ में पत्र भी लिखा गया था़.
मनरेगा के पैसों से बनेगें 4000 आंगनबाड़ी केंद्र
इस बार मनरेगा के पैसे से 4000 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण होगा. विभाग ने इससे सारे जिलों को अवगत कराया है. साथ ही यह निर्देश दिया है कि वे आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण की दिशा में तेजी से कार्रवाई करें. इसमें अन्य योजनाअों के पैसे के साथ ही मनरेगा की भी राशि लगाने को कहा गया है. यानी कन्वर्जेंस के तहत सारे आंगनबाड़ी केंद्र बनेंगे. यह भी निर्देश दिया गया है कि पक्का काम यानी मेटेरियल का काम दूसरी योजना से करायी जाये. जिस काम में ज्यादा से ज्यादा मजदूर लगें और कच्चा काम हो, उसमें मनरेगा की राशि लगायें.
कार्य पूर्ण करने की वजह से कई ठेकेदारों को नोटिस भी किया गया है़ सिक्यूरिटी की राशि भी जब्त करने की कार्रवाई हुई है़ कुछ भवनों के टेंडर पुन: निकालने की प्रक्रिया शुरू की गयी है़ कुछ के टेंडर निकाले भी गये हैं.