अक्सर लौकी के नाम पर बच्चे, बूढ़े सभी मुंह बनाते हैं. उनके अनुसार लौकी मरीजों का खाना है. जबकि सच बात तो ये हैं कि यदि लौकी का सेवन किया जाए तो आप कभी बीमार ही न हों. हरी सब्जियों में लौकी सबसे बेहतर सब्जी है. लौकी में 95% तक पानी की मात्रा होती है जो शरीर में पानी की पूर्ति करती है.
कम कैलोरी वाली लौकी को आसानी से पचाया जा सकता है. इसमें फाइबर होता है. लौकी की तासीर ठंडी होती है इसलिए यह पेट की गर्मी को भी शांत रखती है. लौकी लिवर के लिए बहुत फायदेमंद है.
फाइबर युक्त होने से लौकी पेट के कई रोगों के लिए लाभदायक होती है. यह सब्जी अल्सर, पाइल्स और गैस के रोगियों को लिए काफी फायदेमंद सब्जी है. फाइबर होने के कारण लौकी जल्दी पच जाती है और शरीर में गैस की समस्या नहीं होती. अन्य रोगों में लाभप्रद पर्याप्त मात्रा में लौकी की सब्जी का सेवन कब्ज को भी दूर करता है. पेशाब से जुड़ी समस्याओं के इलाज में लौकी फायदा करती है.
अगर पेशाब करते समय किसी को जलन महसूस होती है तो उसे लौकी का सूप पीना चाहिए.
लौकी के बीज का तेल कोलेस्ट्रोल को कम करता है और यह हृदय के लिए लाभप्रद है. लौकी रक्त की नाडिय़ों को भी स्वस्थ बनाती है. लौकी का उपयोग आंतों की कमजोरी, कब्ज, पीलिया, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, मधुमेह, शरीर में जलन आदि में बहुत उपयोगी है. इसके अलावा लौकी के जूस पीने से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है.
जिन लोगों को लौकी पसंद नहीं होती उनके लिए लौकी की दूसरी कई डिशेज है जिनके द्वारा वह लौकी के स्वास्थ्य संबंधी फायदे ले सकते हैं.
जानिए लौकी के अन्य लाभ…
-लौकी के रस को सीसम के तेल के साथ मिलाकर तलवों पर हल्की मालिश सुकून भरी नींद लाती है.
-लौकी का रस मिर्गी और अन्य तंत्रिका तंत्र से सम्बंधित बीमारियों में भी फायदेमंद है.
-अगर आप एसिडीटी, पेट क़ी बीमारियों एवं अल्सर से हों परेशान, तो न घबराएं बस लौकी का रस है इसका समाधान.