आचार संहिता व बैंक की लापरवाही के पेच में फंसी अनुदान की राशि
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डीजल सब्सिडी पर लगा ग्रहण
आचार संहिता व बैंक की लापरवाही के पेच में फंसी अनुदान की राशि बारिश के अभाव में सूख रहे धान के पौधे ब्लॉक व बैंक का चक्कर लगा रहे किसान महाराजगंज : इंद्रदेव की नाराजगी से किसानों द्वारा लगायी गयी धान की फसल सूख रही है. फसल बचाने के लिए दिये जाने वाले डीजल अनुदान […]
बारिश के अभाव में सूख रहे धान के पौधे
ब्लॉक व बैंक का चक्कर लगा रहे किसान
महाराजगंज : इंद्रदेव की नाराजगी से किसानों द्वारा लगायी गयी धान की फसल सूख रही है. फसल बचाने के लिए दिये जाने वाले डीजल अनुदान की राशि बैंक में फंसी है.
महाराजगंज प्रखंड के बीएओ हरिशंकर सिंह के अनुसार प्रथम किस्त डीजल अनुदान की राशि 14 लाख रुपये प्राप्त हुई थी. सामान्य जाति के 11 लाख 67 हजार 725, अनुसूचित जाति के लिए एक लाख 27 हजार 650 व अनुसूचित जनजाति के 55 आवेदन के लिए 18 हजार 750 रुपये की सूची बैंक को भेजी गयी है.
शेष किसानों के लिए जिले से राशि की मांग की गयी है. प्रखंड कृषि विभाग प्रथम किस्त की राशि वितरण के लिए किसानों से आवेदन लेकर लगभग पांच हजार किसानों की सूची बना कर महाराजगंज पंजाब नेशनल बैंक को भेज दी गयी है, जहां से डीजल अनुदान की राशि सीधे किसानों के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से डाली जानी है.
बैंक के खाते में सरकार के डीजल अनुदान की राशि आये दो माह से ऊपर हो गये, मगर किसानों के खाते में एक पैसा भी बैंक द्वारा नहीं भेजा गया. डीजल अनुदान की राशि के लिए किसान ब्लॉक व बैंक का चक्कर लगा रहे हैं. वहीं आचार संहिता के पेच में डीजल अनुदान की दूसरी किस्त फंसने की संभावना नहीं है.
क्या कहते हैं बीएओ
किसानों के आवेदनों की जांच कर डीजल अनुदान वितरण के लिए पंजाब नेशनल बैंक शाखा महाराजगंज को भेज दिया गया है. बैंक को प्रथम किस्त की राशि किसानों के खाते में डाल देनी चाहिए. वंचित किसानों के लिए 13 लाख 90 हजार आठ सौ रुपये की मांग की गयी है.
हरिशंकर सिंह, बीएओ, महाराजगंज
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