नयी दिल्ली:कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी झूठ बोल रहे है कि उनकी मां दूसरे के घरों में बर्तन मांझती थी. अपनी मां से जुडी घटनाओं को याद करते हुए प्रधानमंत्री के भावुक हो जाने का जिक्र करते हुए कांग्रेस पार्टी के नेता आनंद शर्मा ने कहा कि अपनी विशिष्ट शैली के अनुरुप प्रधानमंत्री ने एक बार फिर बडे बडे दावे करते हुए नाटकबाजी, भावना और नाटकीयता का सहारा लिया. आनंद शर्मा ने मोदी के इस बयान पर सवाल खडे किए कि उन्होंने बचपन में चाय बेची थी और यह कि उनकी मां ने उनके पालन पोषण के लिए दूसरों के घरों में काम किया. उन्होंने कहा कि अपने बारे में किए गए ये दावे ‘‘सही नहीं’ हैं. उन्होंने कहा कि अपने बचपन में मोदी अपने चाचा की कैंटीन का काउंटर संभालने में मदद करते थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि उन्हें ‘‘गंभीर काउंसिलिंग’ की आवश्यकता है और साथ ही पार्टी ने उन पर आरोप लगाया है कि अमेरिका के अपने दौरे में उन्होंने राजनीतिक बयान को ‘‘एकदम निचले स्तर’ तक पहुंचा दिया. अमेरिका दौरे में मोदी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर पार्टी पर परोक्ष रूप से निशाना साधा और राबर्ट वड्रा पर भी हमला बोला.
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने तीखा पलटवार करते हुए मांग की कि प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं के दौरान लोक कार्यक्रमों का आयोजन करने वाले संगठनों की स्वतंत्र जांच करायी जानी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन के लिए जरुरी ‘‘लाखों डालर’ के स्रोत की भी जांच की मांग की.
शर्मा ने कहा कि मोदी अपने को प्रभावशाली नेता मानते हैं लेकिन आश्चर्य की बात है कि वह यह सुनिश्चित क्यों नहीं करते कि उनकी मां उनके साथ ही रहें.शर्मा ने कहा, ‘‘क्या यह एक बेटे का कर्तव्य नहीं है कि वह अपनी मां की देखभाल करे.’ उन्होंने कहा कि मोदी 12 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे लेकिन उस समय और अब भी वह अपनी मां को अपने घर लेकर नहीं आए हैं.
शर्मा ने कहा कि पिछले साल नई दिल्ली में प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण समारोह में भी वह अपनी मां को नहीं लाए. उन्होंने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री विदेशों में अपनी सरकारी यात्राओं का दुरुपयोग कर रहे हैं और हम :रैलियों की: स्वतंत्र जांच कराए जाने की मांग करते हैं…..तैयारियों के लिए महीनों पहले जाने वाले लोगों और आरएसएस कार्यकर्ताओं के सहयोग से लाखों डालर खर्च किए गए.’ भ्रष्टाचार के मुद्दे पर शर्मा ने प्रधानमंत्री के ‘‘पाखंडी’ होने का आरोप लगाया और कहा कि वह विरोधियों के खिलाफ आरोप लगाकर दोहरा मानदंड अपना रहे हैं.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ललितगेट विवाद, खनन घोटाला और व्यापमं मुद्दे पर अपने ही मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. ‘‘ हम इस दोहरे मानदंड की निंदा करते हैं.’ प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर संप्रग सरकार पर परोक्ष रुप से हमला बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष के दामाद राबर्ट वड्रा पर निशाना साधा था. भारतीय समुदाय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी ने कहा था कि नेताओं और दामाद सहित उनके परिवारों पर करोडों रुपए बनाने का आरोप था लेकिन उनकी सरकार में भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है.
सिलिकान वैली की यात्रा के दौरान मोदी द्वारा किए गए दावों पर हमला बोलते हुए शर्मा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने राजनीतिक बयान को निचले स्तर तक पहुंचा दिया है…. उनकी मनोदशा,…. राष्ट्रीय चिंता का विषय है…. उनकी अस्वस्थ मनोदशा… परेशानी पैदा करने वाली है और उन्हें गंभीर काउंसिलिंग की आवश्यकता है.’ शर्मा ने कहा कि मोदी के कार्यकाल में अर्थव्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पडा है और रोजगार घटे हैं, निर्यात कम हो रहा है, रिण लेने में कमी आ रही है. इसके अलावा क्षमता में वृद्धि नहीं हो रही है, पूंजी निर्माण नकारात्मक हो रहा है वहीं रुपया कमजोर हो रहा है
पूर्व वाणिज्य मंत्री ने प्रधानमंत्री के इस बयान पर भी आपत्ति जतायी कि वह चाहते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था के आकार को 8000 अरब डालर से बढाकर 20,000 खरब डालर का बनाया जाए। शर्मा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार अभी सिर्फ 2500 अरब डालर है. यहां तक चीनी अर्थव्यवस्था भी 8000 अरब डालर की नहीं है.
उन्होंने कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव प्रचार में भाजपा द्वारा 15,000 करोड रुपए खर्च किए जाने की बात की थी। लेकिन अब एक अंतरराष्ट्रीय धन वाचडाग ने अनुमान व्यक्त किया है कि पार्टी ने छह से आठ अरब डालर खर्च किया होगा. इससे पता लगता है कि बिहार विधानसभा चुनावों में भाजपा का चुनावी कोष कितना होगा.