जहानाबाद (सदर) : विश्व पर्यटन दिवस पर जिला विरासत विकास समिति ने संगोष्ठी का आयोजन किया गया. अध्यक्षता जिला विरासत विकास समिति के अध्यक्ष साहित्यकार सत्येंद्र कुमार पाठक ने की.
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि 27 सितंबर, 1980 को विश्व पर्यटन दिवस शुरू किया गया था. वर्ल्ड ट्रेवल एंड टूरिज्म प्रतिवेदन 2010 के अनुसार विश्व में भारतीय पर्यटन का 14वां स्थान है़ बिहार में बोधगया, राजगीर, वैशाली, पावापुरी, बराबर, कैमूर, बक्सर, सासाराम, मनेर, देव आदि दर्जनों पर्यटन स्थल हैं. राजगीर, तपोवन के गर्भ में शीतल जल के झरने मौजूद हैं. वहीं, बराबर की गुफा लिपि तथा वस्तुकला संस्कृति है.
जिले के बराबर, धराउत, दावथू, केऊर, अरवल जिले के जगदंबा स्थान, मधुश्रंवा प्राचीन धरोहरों का सर्वे किया गया है. इन स्थलों को पर्यटन का दर्जा देने से मगध की संस्कृति की रक्षा हो सकती है. पर्यटन को भी बढ़ावा देने की जरूरत है. संगोष्ठी को उमाशंकर सिंह सुमन, राजेंद्र प्रसाद, सागर आनंद, डॉ बबन प्रसाद, उर्वशी कुमारी आदि ने भी संबोधित किया.